Corona पर सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री बोले, 100% टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को तेज़ करना होगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना वायरस और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक शुरू हो गई है. इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. दरअसल पीएम मोदी  COVID समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्रियों से राज्यों के हालातों का जायजा ले रहे हैं और घातक वायरस के फैलने को रोकने के लिए कदमों पर चर्चा की.

मालूम हो कि इस बैठक में राज्यों में लगाए प्रतिबंधों पर भी चर्चा हो रही है और साथ ही उन उपायों पर भी मंथन किया गया है, जिसके जरिए कोरोना की बेकाबू रफ्तार पर रोक लगाई जा सके.

पहली मीटिंग है 2022 की। सबसे पहले तो आप सभी को लोहड़ी की बहुत-बहुत बधाई। मकर संक्रांति, पोंगल, भोगली बीहू, उत्तरायण और पौष पर्व की भी अग्रिम शुभकामनाएं। 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। परिश्रम हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प। हम 130 करोड़ भारत के लोग अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे, और आप सबसे जो बातें मेने सुनी है। उसमे भी वही विश्वास प्रकट हो रहा है। अभी ऑमिक्रोन के रूप में जो नई चुनौती आई है, जो केसों की संख्या बढ़ रही है, उसके बारे में हेल्थ सेक्रेटरी की तरफ से विस्तार से हमें जानकारी दी गई है। अमित शाह जी ने भी प्रारंभ में कुछ बातें हमारे सामने रखी है। आज अनेक मुख्यमंत्री समुदाय की तरफ से भी और वो भी हिन्दुस्तान के अलग – अलग कोने के काफी महत्वपूर्ण बातें हम सबके सामने आई है।

साथियों,

ऑमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है। पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ऑमिक्रोन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है। अमेरिका जैसे देश में एक दिन में 14 लाख तक नए केसेस सामने आए हैं। भारत में हमारे वैज्ञानिक और हेल्थ एक्सपर्ट्स, हर स्थिति और आंकड़ों का लगातार अध्ययन कर रहे हैं। ये बात साफ है, हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन Panic की स्थिति ना आए, इसका भी हमे ध्यान रखना ही होगा। हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़े। पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस तरह pre-emptive, pro-active और collective approach अपनाई है, वही इस समय की जीत का मंत्र है। कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होगी। हमें जागरूकता के फ्रंट पर, साइंस आधारित जानकारियों को बल देने के साथ ही अपने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को, मेडिकल मैनपावर को स्केल अप करते ही रहना पड़ेगा।

साथियों,

दुनिया के अधिकतर एक्सपर्ट्स का कहना है कि वेरिएंट चाहे कोई भी हो, कोरोना से लड़ने का सबसे कारगर हथियार – वैक्सीन ही है। भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं। ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत, लगभग 92 प्रतिशत वयस्क जनसंख्या को पहली डोज़ दे चुका है। देश में दूसरी डोज की कवरेज भी 70 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुके हैं। और हमारे वैक्सीनेशन अभियान को एक साल पूरा होने में अभी भी तीन दिन बाकी हैं। 10 दिन के भीतर ही भारत अपने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर चुका है। ये भारत के सामर्थ्य को दिखाता है, इस चुनौती से निपटने की हमारी तैयारी को दिखाता है। आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन्स उपलब्ध हैं। Frontline workers और सीनियर सिटिजन्स को precaution dose जितनी जल्दी लगेगी, उतना ही हमारे हेल्थकेयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज़ करना है। मैं आज अपने उन हेल्थकेयर वर्कर्स, हमारी आशा बहनों का भी अभिनंदन करता हूं जो मौसम की कठिन परिस्थितियों के बीच वैक्सीनेशन अभियान को गति देने में जुटे हैं।

साथियों,

टीकाकरण को लेकर भ्रम फैलाने की किसी भी कोशिश को भी हमें टिकने नहीं देना है। कई बार हमें ये सुनने को मिलता है कि टीके के बावजूद संक्रमण हो रहा है तो क्या फायदा? मास्क को लेकर भी ऐसी अफवाहें उड़ती हैं कि इससे लाभ नहीं होता। ऐसी अफवाहों को काउंटर करने की बहुत ज़रूरत है।

वर्चुअल मीटिंग में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया समेत कांग्रेस शासित राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी बैठक में मौजूद हैं. 

आंकड़े बताते हैं कि देश में कोरोना वायरस के मामले 2 लाख के पार हो चुके हैं. साथ ही 300 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है. 

बता दें कि ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में नए सिरे से प्रतिबंध लगाए गए हैं. रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड स्थिति की समीक्षा करते हुए, पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने और मिशन मोड में किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान को तेज करने का आह्वान किया था. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में इस महामारी के फैलने के बाद से मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठकें की हैं.