परशुराम जयंती को किया जाए राजकीय छुट्टी घोषित- ब्रह्मर्षि समाज

बिहार में परशुराम जयंती के अवसर पर भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। इसके तहत 3 मई को भूमिहार खेमे के नाराज नेताओं को एक मंच पर लाने की कोशिशों का सिलसिला भी जारी है। इसके साथ ही कार्यक्रम में मुख्य विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के पहुंचने की भी संभावना है।

कांग्रेस के बिहार चुनाव प्रभारी भक्त चरण दास, पूर्व विधायक दिलमणि मिश्रा सहित दर्जनों बड़े नेताओं को कार्यक्रम का न्योता दिया गया है। इसके साथ ही पटना के बापू सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मंच की ओर से दावा किया जा रहा है कि इसमें बिहार के सभी जिले से शिक्षा, चिकित्सा और कारोबार जगत से जुड़े लगभग 10,000 ब्रह्मर्षि के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

पटना की सड़कों पर निकाली जाएगी शोभायात्रा

कार्यक्रम से पहले मंगलवार को 10 बजे राजधानी के राजवंशी नगर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें बैंड-बाजा, हाथी-घोड़ा के साथ सैकड़ों गाड़ियों का काफिला गांधी मैदान स्थित बापू सभागार में पहुंचेगा।

ब्रह्मर्षि समाज की ये हैं तीन मुख्य मांगें

परशुराम जयंती को राजकीय छुट्टी घोषित की जाए।
महापुरुषों की जीवनी की तरह भगवान परशुराम की जीवनी को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
सभी 38 जिले में गरीब सवर्ण बच्चों के लिए परशुराम छात्रावास का निर्माण कराया जाए।