हालांकि मंदिर के पुजारी मुन्ना मालाकार उन बातों के प्रमाणिक ना होने की बात कहते हैं। इस मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यह कुआं बिहार के सबसे पुरानी आर्कियोलॉजिकल साइट्स में से भी एक है। इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व भी है। अगर पुरानी कहानियों की मानें तो इसे अशोक का यातना गृह भी कहा जाता है।
कुएं को लेकर लोगों के बीच काफी उत्सुकता है…
इस कुएं से कई धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हैं। लोग दावा करते हैं कि इस कुएं के जल से कई रोग ठीक हो जाते हैं। मंदिर के पुजारी ये भी बताते हैं कि यहां का पानी कभी नहीं सूखता। इसके पीछे यह वजह है कि पश्चिम बंगाल के गंगा सागर से ये कुआं जुड़ा है।
मंदिर के पुजारी मुन्ना मालाकार बताते हैं कि एक बार गंगा सागर में गिरे एक व्यक्ति की छड़ी इस कुएं में तैरती पाई गई थी। उक्त छड़ी आज भी कोलकाता म्यूजियम में रखी हुई है।
मान्यता है कि यहाँ मन्नत मागने पर सुनी गोद भी भर जाती है…
श्रद्धालु शीतला मंदिर में चेचक के ठीक होने की बात कहते हैं। बता दें कि लोग मानते हैं कि यहां के मंदिर में चेचक, अंगार माता व माता मईया जैसे रोगों को ठीक करने की चमत्कारिक शक्तियां हैं। ऐसी मान्यता है कि इस कुएं के जल के प्रयोग से कई बीमारियां तो दूर होती ही हैं, साथ में सुनी गोद भी भर जाती है।
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