CORONA VIRUS UPDATE: देश में कुल 12,380  मामलों में से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 414

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 12,380 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 414 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 10477 सक्रिय हैं। जबकि 1489 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।

जानिए कितनी संभावना है, कोरोना वायरस के चमगादड़ से इंसान में आने की?

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के डॉक्टर आर. गंगा खेडकर ने कहा है कि कोरोना वायरस के चमगादड़ से इंसान में आने की संभावना 1000 साल में एक बार होती है। उन्होंने बताया कि वायरस के स्पीशीज़ (प्रजातियां) बदलने की घटना बेहद दुर्लभ होती है। बतादें, आईसीएमआर ने एक जर्नल में कहा कि उसने भारत में चमगादड़ों की दो प्रजातियों (टेरोपस और रूसेटस) में कोरोना वायरसों का पता लगाया है। शोध 2018-2019 के बीच लिए सैंपल से किया गया। इसमें कहा गया, “भारतीय चमगादड़ों में पैथोजेनिक (बीमार करने में सक्षम) कोरोना वायरसों की पहचान…उनमें नॉवल वायरसों के लिए अधिक स्क्रीनिंग की ज़रूरत पर ज़ोर देती है।”

जानिए क्या है पूल टेस्टिंग, जिसकी सिफारिश आईसीएमआर ने की है?

आईसीएमआर ने कोरोना वायरस टेस्ट की संख्या बढ़ाने को लेकर टेस्टिंग के लिए पूल्ड सैंपल के इस्तेमाल संबंधी एडवाइज़री जारी की है। उन्होंन बताया कि पूल टेस्टिंग में दस संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर उसे एक सुपर सैंपल बना दिया जाता है। फिर एक साथ सुपर सैंपल की जांच शुरू की जाती है। दस-दस सैंपल वाले जिस सुपर सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आती है, उन्हें अलग कर दिया जाता है। नेगेटिव रिपोर्ट का मतलब यही है कि संबंधित मरीजों में कोरोना संक्रमण नहीं है। बतादें भारत में पांच नमूनों की एक साथ जांच किए जाने की बात कही गई है।

केवल उन्हीं क्षेत्रों में होगी रियल टाइम जांच, जहां कोविड-19 का प्रसार बहुत कम
अनुसंधान निकाय भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा कि कोरोना वायरस परीक्षण में रियल टाइम ‘‘RT-PCR’’ जांच के लिए नमूनों को इकट्ठा करने की सिफारिश केवल उन्हीं क्षेत्रों के लिए की जा रही है जहां कोविड-19 का प्रसार बहुत कम है।

बिहार के 4 ज़िलों में शुरू होगी पल्स पोलियो की तर्ज़ पर होगी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग

बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया है कि 1-23 मार्च के बीच विदेश से लौटने वालों के गांवों/वॉर्डों में गुरुवार से सबकी स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं, उन्होंने कहा कि सिवान, बेगूसराय, नवादा, नालंदा में पल्स पोलियो की तर्ज़ पर डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग की जाएगी जबकि जिन अन्य जगहों पर मामले सामने आए हैं उनके 3 किलोमीटर के दायरे में स्क्रीनिंग होगी। पूरे देश में इस तरह का अभियान चलाने वाला बिहार पहला राज्य है। बतादें नीतीश कुमार पिछले दिनों कोरोना संक्रमितों को चिन्हित करने के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रभावित जिलों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग अभियान 16 अप्रैल से शुरू करने को कहा था। साथ ही स्क्रीनिंग अभियान के लिये कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार कर जाँच करने वाले कर्मियों को पूरी ट्रेनिंग देने की भी बात कही थी।