केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 10,974 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 3,54,065 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 11903 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 155227 सक्रिय हैं। जबकि 186935 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 148 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 6,810
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 148 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 6,810 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 2200 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 4,571 लोग ठीक हुए हैं। वहीं अबतक 39 लोगों की मौत हुई है।
#BiharFightsCorona
2nd update of the day.
➡️74 more #Covid_19 +ve cases in Bihar taking the total to 6810. The details are as follows. We are ascertaining their trail of infection. #BiharHealthDept pic.twitter.com/fPVxpnzYcK— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) June 16, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक,राज्य में मंगलवार को कोरोना के सर्वाधिक 14 केस बेगूसराय में, 13 केस मधुबनी में और 9-9 केस भागलपुर व पश्चिमी चंपारण में रिपोर्ट हुए। वहीं, आज समस्तीपुर में 8 और अरवल व सिवान में 7-7 केस आए। गौरतलब है कि अब तक कुल 1,30,783 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
क्या है कम लागत वाले डेक्सामेथोज़ॉन, जिसके सेवन से गंभीर कोविड मरीज़ों में मौत का ख़तरा कम हुआ?
Covid-19 Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के इलाज के मामले में एक अच्छी खबर सामने आई है। ट्रायल में खुलासा हुआ है कि सस्ते और व्यापक रूप से उपलब्ध दवा कोरोनोवायरस से गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान बचाने में मदद कर सकती है। COVID-19 के अस्पताल में भर्ती मरीजों को जेनेरिक स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) की कम खुराक देने से संक्रमण के सबसे गंभीर मामलों में भी मृत्यु दर में एक तिहाई तक की कमी आई है। परिणाम को कोरोना वायरस के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। ब्रिटेन के विशेषज्ञों का कहना है कि कम खुराक वाला स्टेरॉयड ट्रीटमेंट डेक्सामेथासोन घातक वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता है। यह क्लीनिकल ट्रायल ब्रिटेन के नेतृत्व वाले वैज्ञानिकों द्वारा किया गया जिसे RECOVERY नाम दिया गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस ड्रग को अस्पताल में कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रहे मरीजों के लिए प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाना चाहिए।
क्लीनिकल ट्रायल का नेतृत्व कर रहे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्टिन लैंड्रे ने कहा, “यह एक परिणाम है जो दिखाता है कि अगर COVID-19 के ऐसे मरीज जो वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर हैं, को डेक्सामेथासोन दिया जाता है तो यह मरीज के जीवन को बचा सकता है। यही नहीं, यह सब अपेक्षाकृत कम खर्च में हो सकता है।’
उनके सहयोगी पीटर हॉर्बी के अनुसार, डेक्सामेथासोन, सूजन को कम करने के लिए अन्य बीमारियों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य स्टेरॉयड है. यह ऐसा एकमात्र ड्रग है जिसने अब तक मृत्यु दर को कम किया है। हॉर्बी ने इसे एक बड़ी कामयाबी बताया। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने मंगलवार को कहा कि ब्रिटेन ने कोरोना वायरस रोगियों को तुरंत डेक्सामेथासोन देना शुरू कर दिया है।
You must be logged in to post a comment.