केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 52,050 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 18,55,746 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 38,938 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 5,86,298 सक्रिय हैं। जबकि 1230510 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 2,297 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 59,567
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 2,297 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 59,567 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 20,722 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 38,509 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं। वहीं अबतक 336 लोगों की मौत हुई है।
#COVIDー19 Updates Bihar:
(शाम 4 बजे तक)➡️विगत 24 घंटे में कुल 36524? सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 38508 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️ वर्तमान में COVID19 के active मरीजों की संख्या 20722 है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 64.65 है।#BiharHealthDept #COVID19 pic.twitter.com/aejFrEH6zh
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) August 3, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिकराज्य में अब तक पटना में सर्वाधिक 9,965, भागलपुर में 2852, मुज़फ्फरपुर में 2600, नालंदा में 2469 और रोहतास में 2363 केस रिपोर्ट हुए हैं। गौरतलब है कि अब तक कुल 6,50,923 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
वैश्विक COVID19 का प्रकोप आपदा का प्रभाव है जो भविष्य में दूर तक रहेगा : WHO
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एधेनॉम ने कहा कि ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक COVID19 का प्रकोप आपदा का प्रभाव है जो भविष्य में दूर तक रहेगा।
टेड्रोस ने डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन समिति की एक बैठक में कहा, “महामारी एक सदी में एक बार होने वाला स्वास्थ्य संकट है, जिसके प्रभाव को आने वाले दशकों में महसूस किया जाएगा।”
चीन के वुहान में 17 मिलियन से अधिक मामलों के निदान के बाद से महामारी ने 670,000 से अधिक लोगों की जान ली है।
संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको और ब्रिटेन को हाल के हफ्तों में बीमारी COVID-19 ने बहुत मुश्किल से मारा है, क्योंकि उनकी सरकारों ने प्रभावी प्रतिक्रिया के साथ आने के लिए संघर्ष किया है।
अर्थव्यवस्थाएं लॉकडाउन प्रतिबंधों की मार झेल रही हैं। जिसे इसके प्रसार… Read more
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