केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 96,551 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 45,62,415 हो गई है। साथ ही संक्रमण से 24 घंटों में 1,209 लोगों की मौत के नए मामले आने के बाद देश में अब तक 76,271 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 9,43,480 सक्रिय हैं। जबकि 35,42,664 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
#BiharFightsCorona
Update of the day.
1,543 more #COVID19 +ve cases have been reported so far on 9th September. Taking total count of Active cases in Bihar to 17,168.
The break up is as follows.#BiharHealthDept #COVID__19 pic.twitter.com/rZJR0g1F6d— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) September 10, 2020
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम 4 बजे ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 1,543 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,53,735 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 15,625 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 1,35,791 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
भारत में एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण जारी है। इसमें कोई समस्या नहीं आई है। ये कहना है सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का। बुधवार को उसका बयान ऐसे समय आया जब एस्ट्राजेनेका को वैक्सीन का परीक्षण अस्थाई तौर पर रोकना पड़ा।
एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन का परीक्षण जारी
ब्रिटेन में परीक्षण के दौरान वैक्सीन लेने वाला एक वॉलेंटियर बीमार पड़ गया था। जिसके बाद कंपनी ने मानव परीक्षण को बीच में रोकने का फैसला किया। सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, ‘‘ब्रिटेन में चल रहे परीक्षण के बारे में हम कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं। जहां तक बात भारत में चल रहे परीक्षण की है तो यहां जारी है और इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई।” सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्राजेनेका के साथ कोविड वैक्सीन की एक अरब खुराक का उत्पादन करने में साझीदार है।
भारत के दवा महानियंत्रक ने पिछले महीने पुणे की कंपनी को वैक्सीन का भारत में दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण करने की इजाजत दी थी। सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि एक व्यक्ति को अज्ञात बीमारी होने के बाद कंपनी ने परीक्षण का मानक समीक्षा करते हुए आगे रोक दिया है। इससे शोधकर्ताओं को परीक्षण की सत्यता बनाए रखने के साथ ही दवा के सुरक्षित होने और आंकड़ों को जांचने का मौका भी मिलेगा। न्यूयार्क से प्राप्त एक रिपोर्ट के मुताबिक एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 वैक्सीन के अंतिम चरण का अध्ययन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है।
ब्रिटेन में बीमार पड़ने पर रोकना पड़ा था परीक्षण
कंपनी जांच कर रही है कि वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति का बीमार होना वैक्सीन के साथ कोई दूसरा प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं है। एस्ट्राजेनेका ने हालांकि टीका लेने वाले व्यक्ति में संभावित साइड इफेक्ट पर कोई जानकारी नहीं दी है। एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन का विकास आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने किया है। इसका अध्ययन अमेरिका और अन्य देशों में चल रहा है। इसके अलावा दो अन्य वैक्सीन का अमेरिका में बड़े पैमाने पर अंतिम चरण का मानव परीक्षण जारी है। इसमें एक मोडेरना इंक, दूसरी फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक शामिल हैं। ये दोनों वैक्सीन अलग तरह से काम कर रहे हैं।
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