कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम 9 के साथ किया बैठक।

पिछले कुछ महीनो में ऐसा लगने लगा था कि भारत से कोरोना लौट चुका है। आम आदमी के चेहरों पर राहत की मुस्कान लौट ही रही थी कि फिर अचानक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होने से आम आदमी की चिंताएं बढ़ सी गई हैं। हालांकि अभी कोरोना पूरे भारत में दस्तक नही दे पाया है। परंतु कुछ राज्यों में इसकी शुरुवात से लोगो में भय का माहोल जरूर उत्पन्न होने लगा है। राज्य सरकारें भी इस वायरस को लेकर एक बार फिर सतर्क नजर आने लगी हैं।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर बुधवार को कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक किया। इस बैठक में अधिकारियों को कोरोना के मद्देनजर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्हें मास्क लगाने के साथ स्कूलों में बच्चों और लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के लिए जागरुक करने के निर्देश दिए गए हैं। एनसीआर के जिलों में भी इसका प्रभाव है। पिछले 24 घंटे में गौतमबुद्धनगर में 103 और गाजियाबाद में 33 नए पाजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है।

प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 856 है। प‍िछले 24 घंटों में 01 लाख 13 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 170 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 110 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। हमें पूरी सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी।

कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति संतोषप्रद है। किंतु बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 30 करोड़ 86 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 86.69 प्रत‍िशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.26 प्रत‍िशत किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए।

18+ आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकरण से वंचित न रहे। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए।