लखनऊ में गरजे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह- किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा नागरिकता कानून

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा किया. लखनऊ में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर देश को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष नागरिकता कानून को लेकर विरोध कर रहा है और लोगों के बीच दुष्प्रचार कर रहा है लेकिन उन्होंने नागरिकता कानून पर पार्टी का रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि नागरिकता कानून से किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी.

बीजेपी चला रही जन जागरण अभियान

अमित शाह ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके लोगों में भ्रम फैला रही हैं, इसीलिए भाजपा देशभर में जन जागरण अभियान चला रही है. जो देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान है.

सीएए पर सार्वजनिक रूप से चर्चा की अपील

अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सीएए लेकर आए हैं. कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा में नागरिकता कानून को मैंने पेश किया. मैंने संसद में भी विपक्षी पार्टियां से बहस करने और बिल का समर्थन करने का अनुरोध किया था. इसके साथ ही मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो. ये अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ.

‘कांग्रेस ने कुछ नहीं किया’

अमित शाह ने कहा, ‘नेहरू जी ने कहा था कि केंद्रीय राहत कोष का उपयोग शरणार्थियों को राहत देने के लिए करना चाहिए। इनको नागरिकता देने के लिए जो करना चाहिए वह करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया।’ उन्होंने कहा, ‘दो साल पहले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के अंदर देश विरोधी नारे लगे। मैं जनता से पूछने आया हूं कि जो भारत माता के एक हजार टुकड़े करने की बात करें, उसको जेल में डालना चाहिए या नहीं। मोदी जी ने उनको जेल में डाला और ये राहुल ऐंड कंपनी कह रही है कि यह बोलने की स्वतंत्रता का अधिकार है।

‘कांग्रेस की वजह से देश के दो टुकड़े हुए’
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत के दो टुकड़े हुए। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या कम होती रही। आखिर कहां गए ये लोग। कुछ लोग मार दिए गए, कुछ का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया। तब से शरणार्थियों के आने का सिलसिला चल रहा है। नरेंद्र मोदी ने वर्षों से प्रताड़ित लोगों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का मौका दिया है।’