भारत के संविधान के अनुछेद 80 के खंड (3) के साथ पठित खंड 1 के उपखंड (क) द्वारा प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति एक नामित सदस्य की सेवानिविर्ती के कारण हुई रिक्तियों को भरने के लिए पूर्व CJI रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किया।
रोचक बात है कि सेवानिवृत्ति से पहले उन्होंने अयोध्या स्थित राम मंदिर विवाद पर फैसला सुनाया था। पूर्व सीजेआई ने तीन अक्टूबर, 2018 को देश के 46वें मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ली थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी।
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