केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों को दिया निर्देश, गंभीर मरीजों को भर्ती करने से नहीं कर सकते इनकार

देश में जहां एक ओर सरकारी अस्पताल में कोरोना मरीजो का ईलाज किया जा रहा है और OPD को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण मरीज निजी अस्पताल में जाने को मजबूर हैं। लेकिन निजी अस्पताल भर्ती लेने से इनकार कर रहे है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के अलावा अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को लेकर निजी अस्पतालों के लिए निर्देश जारी किए हैं। सरकार ने निर्देश दिया है कि निजी अस्पताल गंभीर मरीजों को भर्ती करने या उपचार से इनकार नहीं कर सकते।

कोरोना जांच का दबाव बनाना गलत

इसके साथ ही सरकार ने यह भी कहा है कि मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने से पहले उनको कोरोना वायरस की जांच के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं, खासतौर पर निजी क्षेत्र में यह जारी रहें। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव प्रीति सूदन ने कुछ रिपार्ट्स का हवाला देकर कहा कि कई अस्पताल और क्लीनिक मरीजों को भर्ती करने से पहले कोरोना जांच का दबाव बना रहे हैं। ऐसा करना गलत है।

देश में 31,332 हुई कोरोना मरीजों की संख्या

देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 31,332 हो गई है, जिसमें 22,629 सक्रिय हैं, 7,696 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 1,007 लोगों की मौत हो चुकी