बिहार में रोजगार, शिक्षा, उद्योग, स्किल्स का सही उपयोग हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है। इस हालात में लंदन की संस्था ऑटोमेन्स और वेलवींग सेंटर ने हाथ मिलाकर बिहार के विद्यार्थियों और युवाओं को सही भविष्य देने का बीड़ा उठाया है। देश की बदलती नौकरी, मनोवैज्ञानिक सर्विस और रिलेटेड स्किल्स देने के लिए उन्होंने बिहार को चुना है।
जॉब मार्केट के लिए तैयार होंगे बिहार के युवा
दोनों कंपनियों के लिए बिहार चीफ बिजनेस पार्टनर अक्षत कुमार ने लंदन की ऑटरमेन्स संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर देव आदित्य और संस्थापक डच शोधकर्ता डॉ पॉल्डी ऑटोमेन्स से इसके लिए अनुरोध किया है। वहीं इंगलैंड से डिग्री प्राप्त करने के बाद बिहार में वेलवींग सेंटर का आरंभ करने वाली आकांक्ष शर्मा ने मिलकर ऐसी योजना बनाई है जिससे बिहार के युवा जॉब मार्केट के लिए तैयार किये जा सकेंगे।
रोजगार के स्किल्स बाटेगा ऑटरमेंस इंस्टीच्यूट
इस मिशन के लिए इसके लिए काफी सारे कैरिकुलम तैयार किये गये हैं। यह इंस्चीच्यूट बिहार के युवाओं को सॉफ्ट स्किल्स और रोजगार से संबंधित स्किल की ट्रेनिंग, देसी और वेलवींग सेंटर मनोवैज्ञानिक तौर पर स्वस्थ रखेगा। यह कार्य बिहार के शिक्षण संस्थाओं में साप्ताहिक तौर पर तीन घंटे की टैनिंग के द्वारा होगा। यह टैनिंग के द्वारा होगा। आपको बताते चलें कि विद्यार्थियों के लिए इसके लिए 11 माह की सफल ट्रेनिंग दी जाएगी।
इस पद्धति से हासिल होंगे सफल उपलब्धियां
इस पद्धति से सफलतापूर्वक उपलब्धियां हासिल हो सकेंगे। साथ हीं इंगलैंड से आये डेलीगेट्स का कहना है कि इस कार्य के लिए बिहार ने बेहतर नतीजे दिये हैं। इसलिए वे बिहार के शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर काम करेंगे। साथ हीं उनका मानना है कि उनके प्रस्ताव पर बिहार सरकार के शिक्षण संस्थान भी बड़े पैमाने पर काम करने के लिए तैयार होंगे और इससे वंचित वर्गों को भी लाभ मिलेगा।
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