‘वकील ब्रह्मानंद वेज गुड्स मॉडल’ को अपनाने से पटरी पर लौटेगी देश की अर्थव्यवस्था-प्रो. ठाकुर

  • सीएन वकील ब्रह्मानंद वेज गुड्स माडल को अपनाने की आवश्यकता-प्रो ठाकुर
  • कोविड समस्या से निजात के लिए कृषि उद्योग को बढ़ावा देने की जरूरत
  • अप्रवासी मजदूरों को मिले रोजगार, सुधरेगी देश की अर्थव्यवस्था-प्रो. शांडिल्य

राजधानी पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स में ‘कोविड-संभावित खतरा और निदान’ विषय पर राष्ट्रीय वेबनार आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ प्रो. तपन कुमार शांडिल्य ने की।

कृषि आधारित उद्योग को बढ़ावा देने की जरूरत-प्रो. शांडिल्य

प्रो. शांडिल्य ने भारत में कोविड-19 के प्रभाव, विशेष रूप से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव और उस से उभरने के विभिन्न उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने तथा बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में न्यू स्टार्ट अप के द्वारा अप्रवासी मज़दूरों को रोजगार दे कर आय बढ़ाने की वकालत की।

ब्रह्मानंद वेज गुड्स मॉडल को अपनाने से पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था-प्रो. ठाकुर

इंडियन एकोनॉमिक एसोशियन के महासचिव और कॉलेज कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस में प्रोफेसर प्रो. अनिल कुमार ठाकुर ने अर्थव्यवस्था को कैसे सुदृढ़ किया जाए, इस विषय पर जोर दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विशेष ध्यान देने तथा इसे पटरी पर लाने की जरूरत है। और इसके लिए ‘वकील ब्रह्मानंद वेज गुड्स माडल’ को अपनाने की आवश्यकता है।

प्रो. कुद्दुस ने कोविड से प्रभावित स्वास्थ्य क्षेत्र की ओर सरकार से विशेष ध्यान देने की मांग की। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया।

वेबनार की संयोजक वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पद्मिनी प्रसाद ने विषय का प्रवेश कराते हुए कोविड महामारी की विभीषिका और उस से उत्पन्न स्थिति विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों और उद्योग जगत पर पड़ने वाले प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। वेवनार में प्रो. इम्तियाज हसन और डॉ आर यू सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनीता दास ने किया। वेवनार मे छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया और कोविड-19 से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्न उठाये।