MLC के नवनिर्मित आवासों के निर्माण में बड़े स्तर पर हुआ भ्रष्टाचार, कांग्रेस पार्षद ने सरकार को पत्र लिखकर खोली पोल

सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक विधायक-विधान पार्षदों के नवनिर्मित आवास के निर्माण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई है। यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने सरकार पर सीधा आरोप लगाया है कि विधान पार्षदों के आवास निर्माण में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है।

प्रेमचंद्र मिश्रा ने प्रधान सचिव चंचल कुमार को पत्र लिखा

एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि आपको स्मरण कराना है कि पिछले साल ही विधान परिषद के सत्र में मैने प्रश्न के माध्यम से विधान परिषद सदस्यों के लिए नव निर्मित आवास में व्याप्त त्रुटियों के संबंध में ध्यान आकृष्ट कराया था. सत्र के दौरान उस विभाग के मंत्री द्वारा लिखित जवाब भी सकारात्मक आया था लेकिन लगभग 11 महीने गुजरने के बावजूद नहीं तो ग्रील लगाया गया और ना हीं भवन में आई अनेकों क्रैक्स को ठीक करने की कोशिश की गई।

निर्माण कार्य में  मानकों को पालन नहीं किया गया

उन्होंने आरोप लगाया कि बारिश ने नवनिर्मित आवास में भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है. उन्हांने कहा कि अधिकांश सदस्यों के आवास में बारिश की पानी के कारण बड़े पैमाने पर आये डैम्प के कारण शीलन तथा जहां तहां नव निर्मित मकान से पानी का रिसाव हो रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि निर्माण कार्य में सीमेंट की जगह सिर्फ बालू का ही प्रयोग हुआ है. जिस तरह से बाथ रूम, बेड रूम,ड्रॉइंग रूम तथा सभी जगहों से पानी के रिसाव और डैम्प तथा सौ से अधिक स्थानों पर दरार नज़र आने लगा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में सरकार के मानकों को पालन नहीं किया गया.

आवास का निरीक्षण करने की अपील

उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की पहल या समस्या के समाधान हेतु कोई कदम नहीं उठाया गया. इसके बाद आहत होकर एक बार फिर से पत्र लिख रहा हूं। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से आवास का निरीक्षण करने की अपील की है.