भारत ने 3 करोड़ से अधिक कोविड परीक्षण करके बनाया नया कीर्तिमान, परीक्षण प्रति 10 लाख व्‍यक्ति (टीपीएम) में तेजी से बढ़कर 21,769 पहुंचा

केन्‍द्र, राज्‍य और केन्‍द्र शासित प्रदेशों की सरकारों के सफल प्रयास से भारत ने 3 करोड़ कोविड परीक्षण आयोजित करने के नए कीर्तिमान को स्‍थापित किया है। पूरे देश में आसानी से परीक्षण के लिए स्‍थापित नैदानिक प्रयोगशाला नेटवर्क और आराम से परीक्षण की सुविधा के कारण परीक्षणों को काफी बढ़ावा मिला है। पिछले 24 घंटों में 7,31,697 परीक्षण करके भारत अपनी परीक्षण क्षमता प्रतिदिन 10 लाख तक बढ़ाने के संकल्‍प अभियान पर हैं। इस उपलब्धि के आधार पर परीक्षण प्रति 10 लाख व्‍यक्ति (टीपीएम) तेजी से बढ़कर 21,769 हो गया है।

16 अगस्‍त 2020 को बढ़कर 3.0 करोड़ हुआ परीक्षण

जबकि संचयी परीक्षण जो 14 जुलाई 2020 को 1.2 करोड़ था 16 अगस्‍त 2020 को बढ़कर 3.0 करोड़ हो गया। पॉजिटिव मामलों की दर इसी अवधि के दौरान 7.5 प्रतिशत से बढ़कर 8.81 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, अधिक संख्‍या में हुए परीक्षण शुरू में पॉजिटिव मामलों की दर में वृद्धि करेंगे लेकिन शीघ्र आइसोलेशन, ट्रैकिंग और समय पर नैदानिक प्रबंधन जैसे अन्‍य उपाय के कारण इसमें कमी आएगी, जैसा कि दिल्‍ली के अनुभव ने दर्शाया है।
आक्रामक परीक्षण ने कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की जल्‍दी पहचान और आइसोलेशन को बढ़ावा दिया है। इसके साथ-साथ निपुण नैदानिक ​​उपचार से मृत्‍यु दर में कमी आई है। इस प्रकार समय पर परीक्षण न केवल पॉजिटिव मामलों की दर को कम कर रहा है, बल्कि मृत्‍यु दर को भी घटा रहा है।

लैबों की संख्या एक से बढ़कर 1470 हुई

परीक्षण रणनीति ही पूरे देश में तेजी से बढ़ रही नैदानिक ​​प्रयोगशाला नेटवर्क की मुख्‍य निर्धारक है। जनवरी 2020 में पुणे में एक प्रयोगशाला से बढ़कर आज देश में 1470 प्रयोगशालाएं हो गई हैं जिनमें 969 प्रयोगशालाएं सरकारी क्षेत्र में है और 501 निजी प्रयोगशालाएं हैं