सर सैयद अहमद ख़ान के 203 वीं जयंती पर एएमयू ओल्ड बॉयज एजुकेशन बिहार चैप्टर के तत्वावधान में वेब गोष्ठी का हुआ आयोजन

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक अलीगढ़ सर सैयद अहमद ख़ान के 203 वीं जयंती पर एएमयू ओल्ड बॉयज एजुकेशन बिहार चैप्टर के तत्वावधान में वेब गोष्ठी का आयोजन किया गया।

वेब गोष्ठी के मुख्य अतिथि वक्ता अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष और उर्दू के चर्चित लेखक प्रो.शाफ़े किदवई ने कहा कि सर सैयद एक महान सामाजिक सुधारक, शिक्षाविद, आधुनिक भारत के निर्माताओं में से एक थे,उन्होंने मुसलमानों के साथ साथ हर क़ौम के लोगों को तक शिक्षा को पहुँचाने के लिये अपनी पूरी ज़िंदगी झोंक दी। प्रो. किदवई ने कहा कि सर सैयद का सपना था कि आम और ख़ास मुसलमान शिक्षित होकर हिंदुस्तान के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि देश के हर मुसलमान को सर सैयद के सपने को साकार करने के लिये आगे आना चाहिए। प्रो.किदवई ने सर सैयद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सर सैयद किताब का जवाब किताब से देने में भरोसा रखते थे यानी वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ने की वकालत करते थे। उन्होंने कहा कि सर सैयद के व्यक्तित्व और योगदान के हर पहलुओं को आत्मसाध करने की ज़रूरत है ताकि उनके विचार जीवंत उपस्थिति बन कर प्रेरणा देता रहे। प्रो. किदवई ने कहा कि सर सैयद के विचारों को लोकप्रिय बनाने और बुद्धिवाद की विरासत को आगे बढ़ाने का समय आ गया है।

लोगों को शिक्षा से जोड़ने के लिये सर सैयद ने खोले थे शिक्षण संस्थान

वेब गोष्ठी का संचालन करते हुए एएमयू ओल्ड बॉयज एजुकेशन बिहार चैप्टर के महासचिव डॉ. अरशद हक ने कहा कि लोगों को शिक्षा से जोड़ने के लिये सर सैयद ने शिक्षण संस्थान खोले थे आज ज़रूरत है कि जो काम सर सैयद ने शुरू किया था उसे व्यापक बनाने के लिये ज्यादा से ज़्यादा शिक्षण संस्थान खुले और शिक्षा से वांचितों से जोड़े ।

वेब गोष्ठी में अतिथियों का स्वागत करते हुए रूबी क़ादरी ने बिहार सर सैयद के सपने को साकार करने में लगे एएमयू ओल्ड बॉयज एजुकेशन बिहार चैप्टर द्वारा किये जा रहे कार्यों की चर्चा की और आग्रह किया कि अलीग यानी एएमयू के पूर्वती छात्र इस कार्य के लिये आगे आयें।

सर सैयद के विचारों को लोगों तक पहुँचाने की ज़रूरत

मौक़े पर पीआईबी के सहायक निदेशक और एएमयू के पूर्वती छात्र संजय कुमार ने कहा कि शिक्षा सहित अन्य पहलुओं पर सर सैयद के जो महती विचार थे उसे मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने की ज़रूरत है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग जुड़ सकें। वेब गोष्ठी में प्रो. मुनव्वर जहान, प्रो. एम.के. अंसारी, प्रो. मोहम्मद शरीफ, डॉ. अमजद अली, नादिम सेराज एडवोकेट, डॉ. फरहीन जहान, प्रो. चौधरी शरफुद्दीन, डॉ. आफताब अहमद, डॉ. आदिल नादिम फरीदी सहित कई अलीग ने विचार रखें।

वेब गोष्ठी के दौरान मिस्टर जॉनी फोस्टर, यूनिवर्सिटी म्यूजिक क्लब, एएमयू अलीगढ़ द्वारा सर सैयद एन एलिग्स समुदाय को समर्पित स्वयं रचित कविता का पाठ किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रो. सहार रहमान ने किया।कार्यक्रम का समापन एएमयू तराना के बाद राष्ट्रीय गान से हुआ।