बिहार में आज कितने MLC की सीटें हो जायेगी खाली, विधान परिषद में कौन सी पार्टी होगी सबसे बड़ी और अब कैसा होगा समीकरण?

देश में कोरोना संकट का असर बिहार विधान परिषद पर भी पड़ रहा है। MLC का कई सीट पहले से ही खाली पड़ा है जो कोरोना महामारी के कारण चुनाव नही हो सका था और अब MLC (bihar legislative council) की 10 और सीटें आज खाली हो जाएंगी और इसी के साथ ही आज से एमएलसी राम लखन राम रमण, विजय कुमार मिश्रा, राणा गंगेेश्वर सिंह, जावेद इकबाल अंसारी, शिव प्रसन्न यादव, संजय कुमार सिंह, रामवचन राय, ललन कुमार सर्राफ, रणवीर नंदन और रामचंद्र भारती का कार्य काल खत्म हो जायेगा। कोरोना संकट के इस राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से अब बिहार विधान परिषद में BJP होगी सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी.

विधान परिषद में भाजपा के पास 17 MLC

राज्यपाल (Governer) कोटे से मनोनीत हुए 10 विधान पार्षदों का कार्यकाल आज पूरा हो जायेगा और ये सभी जेडीयू (JDU) के एमएलसी हैं. हालांकि यह भी साफ है कि अगले कुछ दिनों में प्रदेश के राज्यपाल जब 12 सदस्यों का मनोनयन करेंगे तो विधान परिषद में जेडीयू फिर सबसे बडी पार्टी बन जाएगी.फिलहाल भाजपा के 17+1 (निर्दलीय अशोक अग्रवाल भाजपा के सहयोगी सदस्य हैं.) जदयू के 15, राजद के 08 +1(निर्दलीय रीतलाल यादव राजद के सहयोगी सदस्य हैं.) कांग्रेस के 02, जीतन राम मांझी की पार्टी हम के 01 और राम विलास पासवान की लोजपा के 01 सदस्य हैं.

 2014 में मनोनीत सभी सदस्य

राज्य कैबिनेट की सिफारिश पर परिषद के 12 सदस्यों का मनोनयन राज्यपाल करते हैं. 2014 में मनोनीत सभी सदस्य जनता दल यूनाइटेड से ही थी. इनमें से दो राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पशुपति कुमार पारस लोकसभा में चले गए. पारस 2018 में मनोनीत हुए थे. 2014 में जदयू के नरेंद्र सिंह मनोनीत हुए थे, जिनकी सदस्यता बीच में ही रद्द हो गई थी.

विधानसभा कोटे से नौ सीटों का चुनाव लंबित

विधानसभा कोटे से नौ सीटों का चुनाव लंबित है. इनमें से तीन जेडीयू, दो भाजपा, तीन राजद और एक कांग्रेस के हिस्से में जाएगी. वहीं मई में राज्यपाल कोटे के अलावा विधानसभा और शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की क्रमश: नौ एवं आठ सीट खाली हुई हैं.विधानसभा कोटे की नौ में से छह सीटें जदयू और तीन भाजपा की थीं. शिक्षक-स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की आठ में से भाजपा, जदयू और भाकपा की दो-दो सीटें थीं, जबकि कांग्रेस और निर्दलीय सदस्य एक-एक थे.