मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के सजायाफ्ता रामनुज ठाकुर की तिहाड़ जेल में मौत हो गई है. रामनुज मुख्य दोषी ब्रजेश ठाकुर का मामा लगता था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. तीन दिसंबर को उनकी मौत हो गयी. दिल्ली के तिहाड़ जेल के महानिदेशक संजय गोयल ने इसकी पुष्टि की है. पोस्टमार्टम के बाद जेल प्रशासन ने उसका शव परिजनों के हवाले कर दिया
23 फरवरी 2019 से तिहाड़ जेल में बंद थे
रामानुज पर बालिकागृह की बच्चियाें के साथ दुष्कर्म करने समेत कई गंभीर आरोप लगे थे. वह 23 फरवरी 2019 से तिहाड़ जेल में बंद थे. दिल्ली के साकेत कोर्ट ने उनको आजीवन कारावास के साथ 60 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई थी.
समस्तीपुर के रहनेवाले रामानुज ठाकुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के रिश्ते में मामा लगते थे. वह मुजफ्फरपुर में रहकर ही ब्रजेश ठाकुर की बालिका गृह और उनके एनजीओ की कामकाज देखा करते थे.
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