प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह किसान रेल महाराष्ट्र के सांगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार के लिए रवाना हुई। भारतीय रेलवे ने इसी साल 7 अगस्त को किसान रेल की शुरुआत की थी. उसके बाद से सिर्फ 5 महीने के भीतर अब 100वीं किसान रेल रवाना हुई.
किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में यह बहुत बड़ा कदम
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में यह बहुत बड़ा कदम है। इससे खेती से जुड़ी अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। इससे पश्चिम बंगाल के किसानों, पशुपालकों, मछुआरों की पहुंच मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे महाराष्ट्र के बड़े बड़े बाजारों तक हो गई है. उन्होंने कहा कि रेल का किराया ट्रक के किराया से 1700 रुपए कम है. जिसका लाभ देश के किसानों को होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि किसान रेल में रेफ्रेजेटेर की सुविधा है जिससे किसानों का सामान खराब नहीं होंगे. हमारी सरकार भंडारण कि आधुनिक व्यवस्था पर, सप्लाई चैन के आधुनिकीकरण पर, करोड़ों के निवेश के साथ-साथ, किसान रेल की नई पहल भी कर रही है.
Flagging off the #100thKisanRail. https://t.co/PVHtEGZFk8
— Narendra Modi (@narendramodi) December 28, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि ये काम किसानों की सेवा के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है. ये इस बात का भी प्रमाण है कि हमारे किसान नई संभावनाओं के लिए कितनी तेजी से तैयार हैं. किसान, दूसरे राज्यों में भी अपनी फसलें बेच सकें, उसमें किसान रेल और कृषि उड़ान की बड़ी भूमिका है.
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