सरकार से बातचीत से पहले किसानों का ‘शक्ति प्रदर्शन’, किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू, सिंघु बॉर्डर से कुंडली पहुंचे अन्नदाता

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 43वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘जब तक कानून रद्द नहीं होगा तब तक हम यहां बैठे रहेंगे।’ वहीं किसान ट्रैक्टर मार्च का चौथा जत्था पलवल से रेवासन की ओर बढ़ गया है

8 जनवरी को किसानों की सरकार से बातचीत होगा

कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन आज कोंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं. आठ जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत तय है. अगर 8 जनवरी की बैठक से हल नहीं निकला तो 9 जनवरी को कृषि कानून की कॉपी जलाने की तैयारी है. साथ ही 9 जनवरी से ही हरियाणा में किसान संगठन घर-घर जाकर लोगों से संपर्क शुरु करेंगे और 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की चेतावनी दी गई है.

गाड़ियां नोएडा जाकर वहां से गाजीपुर बॉर्डर वापस आएंगी

जिला गाजियाबाद के एडीएम (सिटी), शैलेंद्र कुमार सिंह ने किसान मार्च के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, यहां की गाड़ियां नोएडा जाकर वहां से गाजीपुर बॉर्डर वापस आएंगी। हमारी तरफ से पूरी व्यवस्था की गई है। हम सभी चीजों का वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और हम लगातार इनके संपर्क में है।