पटना में आक्रोशित लोगों ने अतिक्रमण हटाने गए मजिस्ट्रेट को पहले जमकर दी गालियां, फिर पुलिस के सामने कॉलर पकड़कर सड़क पर घुमाया और पीटा

मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले ही कहा था कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, अपराध
नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही न हो। शुक्रवार को पटना में श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल की जमीन की चहारदीवारी के बाहर अतिक्रमण हटाने पहुंचे मजिस्ट्रेट को पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने घसीटते हुए मारपीट की और गाली-गलौज कर खदेड़ दिया। भीड़ का आक्रोश देख निगमकर्मी वहां से जान बचाकर भाग निकले।

नगर निगम के अजीमाबाद अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी नुरुल हक शिवानी ने बताया कि टीम के साथ कुछ लोगों ने हाथापाई की है। इसकी जानकारी SDO और नगर आयुक्त को दी गई है। नगर निगम की जमीन पर बने संप हाउस के पास से अतिक्रमण हटाने के लिए DM के आदेश पर मजिस्ट्रेट, पुलिस बल और नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी JCB के साथ गुरुवार दोपहर पहुंचे थे।

एक साल से बाधित है योजना

लोगों का आक्रोश देख निगमकर्मी जान बचाकर भागे। वहां मौजूद पुलिस बल ने भी अधिकारी को बचाने का प्रयास नहीं किया। काफी देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही। वार्ड पार्षद शोभा देवी और उनके प्रतिनिधि बलराम चौधरी ने बताया कि वार्ड संख्या 60 में खिरनी के पेड़ स्थित नगर निगम के भूखंड पर नया जलापूर्ति केंद्र बनना है। अतिक्रमण की वजह से एक साल से योजना बाधित है। अतिक्रमण की शिकायत वरीय अधिकारियों से की गई थी। मजिस्ट्रेट राकेश कुमार टीम लेकर पहुंचे थे, जिनके साथ मारपीट की गई है। SDO मुकेश रंजन ने बताया कि दोषी लोगों पर कानूनी कार्रवाई होगी।