अयोध्या के राम मंदिर में होंगे एक प्रवेश द्वार, मंदिर में होंगे कुल 44 द्वार…18 दरवाजे, इनमें 14 स्वर्णजड़ित

अयोध्या में बना राम मंदिर सनातन प्रेमियों के लिए खास महत्व रखता है. अब मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक महीने से भी कम समय बचा है. हाल ही में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर का नक्शा दिखाते हुए बताया कि, मंदिर में प्रभु श्रीराम के लिए कितनी सीढ़ियां चढ़नी होंगी, प्रवेश द्वार और निकासी द्वार किस दिशा में होगा आदि.

रामलला के दर्शन के लिए चढ़नी होंगी इतनी सीढ़ियां

बताया जा रहा है कि भक्तों को प्रभु रामलला के दर्शन के लिए 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी. 32 सीढ़ियां चढ़ने के बाद भक्त मुख्य धाम तक पहुंचेंगे. हालांकि दिव्यांग जनों के लिए मंदिर के पश्चिमी भाग में लिफ्ट की भी व्यवस्था रहेगी.

70.5 एकड़ में फैले विशाल मंदिर में 44 द्वार

70.5 एकड़ में फैले विशाल मंदिर में 44 द्वार होंगे। इनमें से 18 द्वार दरवाजों से युक्त होंगे। इनमें भी 14 स्वर्णजड़ित होंगे। चार दरवाजे स्टोर के हैं, जिन्हें वार्निश कर आकर्षक बनाया गया है।

राम मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन पथ

मंदिर के डिजाइन व निर्माण से जुड़े इंजीनियरों के मुताबिक भूतल पर लगने वाले दरवाजे लकड़ी के बने हैं, जिसे हैदराबाद की कंपनी ने तैयार किया है। राममंदिर तक पहुंचने के लिए तीन पथ बनाए जा रहे हैं…रामजन्मभूमि पथ, भक्ति पथ व राम पथ।

सभी यात्रियों को प्रवेश एक ही द्वार से मिलेगा

मगर, सभी यात्रियों को प्रवेश एक ही द्वार से मिलेगा। मंदिर जितना भव्य तैयार किया जा रहा है, श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी उतना ही ध्यान रखा जा रहा है। उनकी सहूलियत के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट सुग्रीव किला के गेटवे दो के बगल में एक सुविधा केंद्र बना रहा है।