भारत में 10,800 करोड़ रुपए का निवेश करेगी अमेरिकी कंपनी ट्राइटन, 10 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर।

पूरे विश्व में तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड को देखते हुए हर कंपनी बाजार में खुद को आगे रखना चाहती हैं। यही कारण है कि बाजार में भारत समेत विदेशी कंपनियां भी निवेश कर रही हैं। अमेरिका स्थित ट्राइटन इलेक्ट्रिक व्हीकल एलएलसी ने मंगलवार को गुजरात सरकार के साथ कच्छ जिले के भुज में एक कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। जिसमें कुल 10,800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है। बता दें कि अमेरिका की एक और बड़ी ऑटोमेकर एलन मस्क की टेस्ला काफी समय से भारत में निवेश की इच्छुक रही है। हालांकि, अभी उसके प्रस्ताव को लेकर किसी बड़े ऐलान के होने का इंतजार है।

645 एकड़ लंबे भूमि पर लगेगा प्लांट।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक बयान में कहा है कि समझौते के अनुसार ट्राइटन इलेक्ट्रिक वाहन 50,000 ट्रकों की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ 645 एकड़ भूमि पर प्लांट स्थापित करेगा। राज्य सरकार मौजूदा नीति के अनुसार इस संयंत्र की स्थापना के लिए आवश्यक अनुमोदन और पंजीकरण प्रक्रिया प्रदान करने में कंपनी की सहायता करेगी।

10,800 करोड़ का होगा निवेश और 10,000 युवाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर

ट्राइटन इलेक्ट्रिक व्हीकल चालू वित्त वर्ष में 1,200 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश के साथ प्लांट शुरू करेगी। कंपनी का कुल निवेश 10,800 करोड़ रुपये होगा। बयान में कहा गया है कि संयंत्र लगभग 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करेगा। कंपनी रोबोटिक पेंट शॉप, चेसिस सब-असेंबली और गुणवत्ता आश्वासन और सामग्री परीक्षण प्रयोगशाला जैसी इन-हाउस सुविधाएं भी स्थापित करेगी।

अमेरिका में ये व्हीकल्स बनाती है कंपनी

गुजरात सरकार की ओर से उद्योग और खान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव कुमार गुप्ता और गांधीनगर में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ट्राइटन इलेक्ट्रिक व्हीकल के संस्थापक और सीईओ हिमांशु पटेल के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। कंपनी अमेरिका में इलेक्ट्रिक सेमी ट्रक, एसयूवी, इलेक्ट्रिक सेडान, डिफेंस ईवी और ई-रिक्शा बनाती है।