उत्तरप्रदेश पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता 2.578 किग्रा स्मैक के साथ चार तस्करों को किया गिरफ्तार।

मादक पदार्थ स्मैक की तस्करी करने वाले बाराबंकी के चार लोगों को एसटीएफ ने शनिवार को नंदानगर क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान इनके पास से 2.578 किग्रा स्मैक मिला है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2.50 करोड़ आंकी गई है।

आरोपियों की पहचान बाराबंकी के जैदपुर इलाके के टिकरा निवासी मोहम्मद परवेज, बाराबंकी के मसौली थाना क्षेत्र के सादतगंज निवासी इरसाद अंसारी, भरथीपुर निवासी राकेश वर्मा, सफदरगंज निवासी रामेंद्र सिंह के रूप में हुई है।

एसटीएफ के मुताबिक, कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से

होकर नेपाल व बिहार समेत कई राज्यों में मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। एसटीएफ ने नंदानगर क्रॉसिंग के पास से तस्करों को शनिवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों पर कैंट थाने में केस दर्ज किया गया है।

पकड़े गए गैंग के सरगना परवेज ने बताया कि वह पहले से ही वह चरस, गांजा, ब्राउन सुगर व स्मैक की तस्करी का काम करता है। उसे मादक पदार्थ बाराबंकी के रामपुर साहिबगंज निवासी गुल्ले उपलब्ध कराता है। गुल्ले के बताने पर स्मैक को बिहार रक्सौल के असलम को देते हैं। बदले में असलम चरस या पैसे देता है। परवेज, इरसाद, राजेंद्र और राकेश की गैंग है, जो गुल्ले व असलम के कहने पर तस्करी करते हैं। एसटीएफ के मुताबिक, जिस कार से ये लोग तस्करी करते हैं उसे राकेश के गांव के बृजेश के नाम से खरीदा था। ताकि पकड़े न जाएं और अगर गाड़ी पकड़ी जाए तो जल्दी से छूट जाए।

एसटीएफ अब बाराबंकी के गुल्ले व रक्सौल के असलम की तलाश में जुटी है। एसटीएफ ने कैंट थाने में केस दर्ज कराकर चारों को पुलिस को सौंप दिया। जहां से कोर्ट में पेश करने के बाद चारों को जेल भेज दिया गया।