
जैसे ही COVID-19 महामारी पूरी दुनिया में तेजी से फैली, लोग घबराहट में हैंड सैनिटाइजर खरीदने लगे और उसके कारण जल्द ही यह स्टॉक से बाहर हो गया और यहां तक की नकली और संदिग्ध हैंड सैनिटाइटर बाजार में अपनी जगह बनाने लगे।
सोमवार को सीबीआई ने इंटरपोल से मिली जानकारी के आधार पर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस को सतर्क किया है कि कई गिरोह काफी विषैले मेथानॉल के प्रयोग से बने हैंड सेनिटाइजर बेच रहे हैं और एक अन्य तरह का गिरोह भी काम कर रहा है जो खुद को पीपीई और कोविड-19 से जुड़े मेडिकल आपूर्तिकर्ता बताता है। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी।
अधिकारियों ने कहा कि सूचना मिलते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तुरंत पुलिस अधिकारियों को सतर्क किया है कि गिरोह को लेकर सतर्क रहें जो इस तरीके से तुरंत धनोपार्जन में लगे हुए हैं।
सीबीआई को पता चला है कि कोविड-19 से जुड़े मेडिकल उपकरण की खरीदारी करने वाले अस्पतालों व अन्य संगठनों के साथ ऑनलाइल बुकिंग के नाम पर भी ठगी की जा रही है। कुछ अपराधी पीपीई किट और कोविड-19 से जुड़े उपकरणों के निर्माता के प्रतिनिधि बनकर अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। इस तरह के सामान की कमी का लाभ उठाते हुए वे अधिकारियों और अस्पतालों से ऐसा गिरोह ऑनलाइन भुगतान होने के बाद कोई सामान या उपकरण नहीं भेजता है।
अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल ने जानकारी दी है कि मेथानॉल का इस्तेमाल कर फर्जी हैंड सेनिटाइजर बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि मेथानॉल काफी विषैला पदार्थ होता है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान जहरीले हैंड सेनिटाइजर के इस्तेमाल के बारे में अन्य देशों में ऐसे उदाहरण सामने आए हैं। बतादें कि मेथानॉल काफी विषैला होने के साथ साथ मानव शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं।
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