
पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने सोमवार को हिंदी भवन सभागार में जलजमाव की समस्या को दूर करने हेतु अलग-अलग क्षेत्रों के लिए गठित सात जांच टीमों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में जिलाधिकारी ने संप हाउस , नाला अतिक्रमण तथा नाला उड़ाही के संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश देते हुए सभी विंदुओं के तकनीकी पहलु एवं भौतिक स्थिति की सूक्ष्मता से जांच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
संप हाउसकी चर्चा करते हुए सभी अधिकारी को संप हाउस के इनलेट आउटलेट की स्थिति, पंप की मरम्मति, विद्युत कनेक्टिविटी, तीन पालियों में प्रतिनियुक्त कर्मियों का रोस्टर के अनुसार ड्यूटी चार्ट, कर्मियों के आवासन की स्थिति, आउटलेट से जल प्रवाह की स्थिति, अभियंता द्वारा संपन्न एवं संचालित कार्यों की स्थिति, संप हाउस में संधारित पंजी आदि बिंदुओं पर गहनता से जांच करने का निर्देश दिया गया है ताकि वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त हो सके तथा आवश्यक सुधार किया जा सके।
विदित हो कि 39 संप हाउस 145 पंप कार्यरत अवस्था में है जिसमें 102 पंप बिजली चालित तथा 43 पंप डीजल चालित है। जिलाधिकारी ने उक्त सभी कार्यों के तकनीकी पहलू एवं भौतिक स्थिति की गहनता से जांच करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों को नाला की उड़ाही के संबंध में अब तक किए गए कार्य ,संचालित कार्य एवं अवशेष कार्य के बारे में जांच करने का निर्देश दिया गया है। किस नाले की उड़ाही की दिशा में कितना कार्य किये गये हैं अथवा कितना कार्य अभी बाकी है। टीम के क्षेत्र विशेष में छोटे-छोटे नाले एवं मेनहोल की सफाई के संबंध में कितना कार्य किए गए हैं।
यद्यपि शहर के प्रमुख 9 नालों को विशेष अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। जांच टीम को नाले के अतिक्रमण से संबंधित तकनीकी पहलुओं एवं भौतिक स्थिति के बारे में विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना है ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके की नाला के जल के निर्बाध प्रवाह में कोई अवरोध नहीं है।
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