WHO की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने जताई उम्मीद, दुनिया को अगले साल के मध्य में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होगी।

कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से दुनिया भर में अपना विकराल रूप लेता जा रहा है। दुनिया के कई देशों में इससे बचाव के लिए वैक्सीन तैयार कर रही है।फ़िलहाल दुनियाभर में करीब 170 वैक्सीन पर काम चल रहा है, जिनमें से लगभग 30 वैक्सीन का ट्रायल अपने आखिरी चरण में है। हालांकि ब्रिटेन, रूस, अमेरिका और चीन के साथ भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल जारी है। लेकिन अभी भी एक सवाल हमारे बीच बना हुआ है कि आखिर ये वैक्सीन कब तक आम लोगों तक पहुंच पाएगी।

अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन की माने तो उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दुनिया को अगले साल के मध्य में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि 2021 के मध्य से पहले कोरोना वैक्सीन का वितरण शुरू होने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि 2021 तक कोरोना वायरस का टीका आम लोगों तक पहुंच पाएगा।

डॉ. सौम्या ने कहा कि, वास्तविक रूप से कहा जाए तो शायद 2021 की मध्य में या दूसरी तिमाही मध्य या शायद 2021 की तीसरी तिमाही होगा, हम वास्तव में दुनिया के देशों में कोरोना वैक्सीन की डोज़ देखना शुरू कर सकते ताकि ये देश अपने लोगों को टीके का डोज लगा सकें। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के आने को लेकर यह टाइमलाइन इस तथ्य पर आधारित है कि दुनियाभर में कई टीके फिलहाल अपने तीसरे चरण के ट्रायल में हैं जो इस साल के अंत तक खत्म होंगे।

उन्होंने कहा कि, हम कुछ कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के नतीजों से उम्मीदें कर रहे हैं जो पहले से ही ट्रायल के तीसरे चरण में हैं जो इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत तक पूरे हो सकते हैं। इसके बाद उन्हें सैकड़ों की संख्या में उत्पादन करने के लिए स्केलिंग [अप] विनिर्माण करना होगा। उन्होंने कहा कि असल में, दुनिया को अरबों खुराक की जरूरत है और निर्माण के लिए समय लगने वाला है।