यूक्रेन-रूस युद्ध पर विराम लगाने और यूक्रेन में फंसे भारतीय को वापस लाने के लिए मोदी सरकार ने बनाया मास्टर प्लान।

रूसी अटैक के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए पूरी भारत एकजुट दिखाई दे रहा है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने विपक्षी पार्टियों के साथ एक अहम बैठक बुलाई जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेता भी शामिल नजर आए।

विदेश मंत्रालय की इस पहल की खुद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने तारीफ भी कीया है।

शशि थरूर ने कहा, “आज सुबह विदेश मामलों की सलाहकार समिति की बैठक अच्छी रही। एक व्यापक ब्रीफिंग देने के लिए और हमारे सवालों और चिंताओं के स्पष्ट जवाब के लिए (विदेश मंत्री) डॉ. एस जयशंकर और उनके सहयोगियों को मेरा धन्यवाद । हमारी विदेश नीति इसी भावना से चलनी चाहिए।” शशि थरूर ने कहा, “(हमारे पास) कई सवाल थे। विदेश मंत्रालय बात करेगा। यह एक अच्छी बैठक थी। हम सब एक हैं। “

बता दें कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सरकार के प्रयास पहले से ही जारी हैं इसके बावजूद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज अपने मंत्रालय की परामर्श समिति को स्थिति की जानकारी दी। इस समिति में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य दलों के सांसद, सदस्य शामिल हुए। 21 सदस्यीय विदेश मंत्रालय की परामर्श समिति की बैठक के दौरान यूक्रेन पर रूसी हमले और भारतीयों की निकासी सहित कई गंभीर विषयों पर चर्चा की गई।

थरूर ने कहा, “6 राजनीतिक दलों के नौ सांसदों ने भाग लिया। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी, आनंद शर्मा और मैं मौजूद थे। एक सौहार्दपूर्ण माहौल में खुलकर चर्चा हुई। जब राष्ट्रीय हितों की बात आती है तो हम सभी भारतीय हैं।



इसके अलावा विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, “अभी-अभी यूक्रेन के घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक पूरी की। मुद्दे के सामरिक और इसके अलावा विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, “अभी-अभी यूक्रेन के घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक पूरी हुई है। मुद्दे के सामरिक और मानवीय पहलुओं पर अच्छी चर्चा हुई। यूक्रेन से सभी भारतीयों को वापस लाने के प्रयासों के समर्थन का मजबूत और सर्वसम्मत संदेश दिया गया।”

विदेश मंत्री के अलावा इस बैठक में विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने भी हिस्सा लिया और सदस्यों को विषय की जानकारी दी। इसमें कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, शशि थरूर आदि शामिल हुए। इस समिति का मुख्य उद्देश्य सरकार के कार्यक्रमों, नीतियों एवं उनके अनुपालन के बारे में मंत्रियों, सांसदों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के बीच अनौपचारिक चर्चा करने का मंच प्रदान करना था।

गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को श्रृंगला ने विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति को यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने संबंधी ‘आपरेशन गंगा’ के बारे में जानकारी दी थी।