एशिया के सबसे बड़े ‘सोलर प्रोजेक्ट’ का PM मोदी ने किया उद्घाटन, बोले-रीवा ने रचा इतिहास

मध्यप्रदेश के रीवा स्थित एशिया के सबसे बड़े सौर प्लांट का शुक्रवार को पीएम मोदी ने उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने वीडियो कंफ्रेंसिंग के जरिये इसकी शुरूआत की। मध्यप्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू हो गई है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा आज की ही नहीं, बल्कि 21वीं सदी की ऊर्जा जरूरतों का एक बड़ा माध्यम होने वाला है। क्योंकि सौर ऊर्जा, श्योर है, प्योर है और सिक्योर है।

सोलर एनर्जी के इस्तेमाल की दिशा में काम कर रहा देश

पीएम मोदी ने कहा कि सोलर पावर की ताकत को हम तब तक पूरी तरह से उपयोग नहीं कर पाएंगे, जब तक हमारे पास देश में ही बेहतर सोलर पैनल, बेहतर बैटरी, उत्तम क्वालिटी की स्टोरेज कैपेसिटी का निर्माण ना हो। अब इसी दिशा में तेजी से काम चल रहा है। सौर ऊर्जा ने आम ग्राहक को उत्पादक भी बना दिया है, पूरी तरह से बिजली के बटन पर कंट्रोल दे दिया है। बिजली पैदा करने वाले माध्यमों में सामान्य जन की भागीदारी न के बराबर रहती है, लेकिन सौर ऊर्जा में सामान्य जन की आवश्यकता की बिजली पैदा हो सकती है।

स्वच्छ उर्जा का आकर्षक बाजार है भारत

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की, मानवता की, भारत से इसी आशा, इसी अपेक्षा को देखते हुए, हम पूरे विश्व को जोड़ने में जुटे हुए हैं। इसी सोच का परिणाम आइसा यानि इंटरनेशनल सोलर अलायंस है। वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड, के पीछे की यही भावना है। भारत को स्वच्छ ऊर्जा के लिए सबसे आकर्षक बाजार माना जाता है। भारत को विश्व स्तर पर एक मॉडल के रूप में देखा जाता है।

बिजली सबतक पहुंचे, पर्याप्त पहुंचे। हमारा वातावरण, हमारी हवा, हमारा पानी भी शुद्ध बना रहे, इसी सोच के साथ हम निरंतर काम कर रहे हैं। यही सोच सौर ऊर्जा को लेकर हमारी नीति और रणनीति में भी स्पष्ट झलकती है।