हाथरस केस के आरोपियों ने जेल से लिखी चिट्ठी, कहा-हम तो दोस्त थे, लड़की को उसके घर वालों ने मारा

हाथरस मामले में फिर एक नया मोड़ आया है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने जेल से एसपी को चिट्ठी लिखी है। आरोपियों ने खत में कहा है कि उनलोगों पर जो आरोप लगाये गये हैं, वह बिल्कुल गलत है। वह इस मामले में निर्दोष हैं। इतना हीं नहीं आरोपी संदीप ने कहा है कि वह तो लड़की का दोस्त था, उसे उसके घर वालों ने हीं मारा है। हम खुद चाहते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

हम पर लगाये गये आरोप गलत-आरोपी

आरोपी संदीप ने अपने खत में लिखा है कि मुझपर जो आरोप लगाए गए हैं वह झूठे हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और रामू को भी फंसाया गया। साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है। हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। जहां तक उस लड़की की बात है तो वह मेरे गांव की रहने वाली थी और उससे मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ ही मेरी उससे कभी फोन पर बात हो जाती थी।

लड़की के परिजनों को नहीं पसंद थी हमारी दोस्ती-आरोपी

आरोपी ने चिट्ठी में ये भी लिखा है कि उसके घरवालों को हमारी दोस्ती पसंद नहीं थी। घटना के दिन उससे मेरी मुलाकात खेत में हुई थी। उस वक्त उसके साथ उसकी मां और भाई थे। इसके बाद मैं अपने घर चला गया था और पशुओं को पानी पिलाने लगा।
बाद में मुझे गांववालों से पता चला कि उसकी मां और उसके भाई ने हमारी दोस्ती को लेकर लड़की को बुरी तरह पीटा था जिससे गंभीर चोटें आई थीं, जिससे वह मर गई। मैंने कभी भी उसके साथ मारपीट व गलत काम नहीं किया। इस मामले में लड़की की मां व भाई ने मुझे और तीन अन्य लोगों को झूठे आरोप में फंसा कर जेल भिजवा दिया। हम सभी लोग निर्दोष हैं, हमें न्याय दिलाएं।

जेल अधीक्षक आलोक सिंह के अनुसार, जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी बंदी को जेल से बाहर चिट्ठी भेजने का अधिकार है। कल दोपहर में यह चिट्ठी लिफाफा बंद कराकर उपलब्ध कराई गई जो शाम तक हाथरस के एसपी को दी गई।