भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच देश ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का रविवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया। डीआरडीओ के मुताबिक, नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई से अरब सागर में टारगेट किया गया था. मिसाइल ने सटीकता के साथ टारगेट को सफलतापूर्वक हिट किया।
क्या होंगे फायदे ?
चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत अपनी शक्तियों को मजबूत करने में लगा हुआ है. इसी कड़ी में रविवार को देश को एक बड़ी कामयाबी मिली है. ब्रह्मोस प्राइम स्ट्राइक हथियार के रूप में नेवल सर्फेस लक्ष्यों को लंबी दूरी तक निशाना बनाकर युद्धपोतों की अजेयता सुनिश्चित करेगा.
भारतीय सेना ने भी ब्रह्मोस मिसाइल को अपनी तीन रेजिमेंट में शामिल किया हुआ है, यानी अगर दुश्मन कुछ गुस्ताखी करता है तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा. लद्दाख में चीन के साथ पिछले कुछ महीनों से जिस तरह की तनाव की स्थिति है, ऐसे वक्त में भारत के हाथ नई ताकत का लगना दुश्मन को सकते में डाल सकता है. भारत लगातार देसी और विदेशी हथियारों से सेना को मजबूत करने में जुटा हुआ है।
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