उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रात 10.31 बजे आए भूकंप से दिल्ली एनसीआर थर्राया गया। भूकंप का असर दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान में भी हुआ है। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान बताया है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई है। बतादेें कि भूकंप का दूसरा केंद्र पंजाब के अमृतसर के पास था। यहां 10.34 बजे भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता 6.1 दर्ज की गई।
ताजिकिस्तान में 6.3 तीव्रता वाले भूकंप से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाके थर्रा उठे। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल पड़े। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में था।
कैसे आता है भूकंप
क्यों आता है भूकंप
ऎसे मापें भूकंप के झटके
भूकंप आने पर होने वाले प्रभाव
भूकंप आने से जान-माल की हानि समेत कई रोग आदि होते हैं। ईमारतें, बांध, पुल आदि पृथ्वी के नाभिकीय ऊर्जा केंद्र को नुकसान पहुंचाते हैं। भूकंप से भूस्खलन व हिम स्खलन होता है, जिनसे पर्वतीय क्षेत्रों में क्षति होती है। इसके अलावा बिजली के तार टूटने से आग लग सकती है वहीं भूकंप से समुद्र के भीतर सुनामी आ सकती है। भूकंप से बांध टूटने पर बाढ़ आ सकती है।
1. भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हो तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
2. अगर गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें. कोशिश करें कि किसी पुल या फ्लाइओवर पर गाड़ी खड़ी ना करें।
3. भूकंप के समय अगर आप घर में हो तो बाहर ना निकलें।
4. अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है।
5. भूकंप आने पर घर में हो तो चले या दौड़ें नहीं सही जगह ढूंढे और बैठ जाएं।
6. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
7. लिफ्ट के इस्तेमाल बचें और कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें. क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं।
8. भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं. आपके आप-पास जो चीज़ मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं।
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