गृह मंत्रालय ने जम्मू वायु सेना स्टेशन हमले का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा

silhouette of camera drone flew in mid air

जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में रविवार को हुए ड्रोन धमाके मामले की जांच गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपी है. अभी तक जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए धमाके के मामले की जांच NSG की टीमें कर रही हैं। वहीं, खबर है कि रविवार को धमाके के बाद मामले की जांच के लिए NIA की एक टीम जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पहुंच कर मामले की जांच कर रही है। मालूम हो कि धमाके के बाद पंजाब के बॉर्डर जिले पठानकोट, कश्मीर के अवंतीपोरा और श्रीनगर एयरफोर्स स्टेशन में भी अलर्ट जारी कर सुरक्षा बढ़ाई गई है।

दरअसल, इससे पहले सोमवार को सेना के जवानों ने जम्मू में एक सैन्य प्रतिष्ठान पर ड्रोन हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। वहीं जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए धमाके मामले में शुरुआती जांच में आरडीएक्स समेत विस्फोटक रसायनों के इस्तेमाल का अंदेशा जताया गया है, जो देश में हुआ इस तरह का पहला आतंकी हमला है।

जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला

सोमवार को  मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन किस हवाई मार्ग से आया, जांच अधिकारी अब तक इसका पता नहीं लगा पाए हैं। जांच अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिसमें एयरपोर्ट की चारदीवारी पर लगे कैमरे भी शामिल हैं। हालांकि, सभी सीसीटीवी कैमरे सड़क किनारे लगे हैं। अधिकारियों ने बताया कि शहर के बाहरी इलाके में जम्मू एयरपोर्ट के तकनीकी क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री गिराने वाले ड्रोन को या तो सीमा पार या रात के दौरान किसी अन्य गंतव्य के लिए उड़ा दिया गया।

जम्मू एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक हवाई दूरी 14 किलोमीटर है. पाकिस्तान स्थित संदिग्ध आतंकवादियों का देश के किसी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पर इस तरह का ये पहला ड्रोन हमला है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने ड्रोनों से राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष पैदा हुई चुनौतियों से निपटने की रणनीति बनाने के लिए सोमवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस के अधिकारियों के साथ एक बैठक की।