अतीक-अशरफ मर्डर केस का खुलाशा पढिये पूरी खबर….

शनिवार रात मीडिया कैमरों के सामने प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज के बाहर मारे गए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था। दोनों को पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया रविवार को दोनों का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है की अतीक को 8 गोलियां और अशरफ को 5 गोलियां मारी गई। शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों को कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया जहां एक दिन पहले अतीक के बेटे असद को दफनाया गया था। जनाजे के लिए अतीक के दोनों नाबालिग बेटे और अशरफ की दोनों बेटियां भी पहुंचीं। यूपी सरकार ने 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाकर इस मामले की जांच करने की बात कही है जो 2 महीने में रिपोर्ट देगा। हत्या के एक दिन बाद पूरे यूपी में धारा 144 लगी रही और इंटरनेट बंद रहा।

अतीक व अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपित को हिस्ट्रीशीटर बताया गया है। जानकरी है की तीनो नाम कमाने की बजह से की थी हत्या।

मोहित उर्फ सनी सिंह: हमीरपुर का हिस्ट्रीशीटर बताया गया है जो बचपन में घर से भाग गया था। उसके तीन भाई हैं जिसमें एक की मौत हो चुकी है। सनी ने ही अतीक अहमद पर पहली गोली चलाई थी। उसपर 17 मामले दर्ज हैं। वह 12 साल से जेल के चक्कर काट रहा है।

लवलेश तिवारी: इसे बांदा का अपराधी बताया गया है। उस पर लड़की को थप्पड़ मारने समेत 4 मुकदमे दर्ज हैं। वह 12वीं पास है।

अरुण मौर्य: अरुण कासगंज का रहने वाला बताया गया है। उस पर जीआरपी कांस्टेबल की हत्या का केस दर्ज है। 20 साल पहले माता-पिता की मौत हो चुकी है।