मुंबई के बाद अब झारखंड में सक्रिय हुई भाजपा, क्या मुंबई की तरह झारखंड में भी होगा बड़ा बदलाव, या उठ रहे कयास हो जायेंगे पस्त……

बीजेपी की राजनीतिक रणनीति का कोई जवाब नही। जहां पर आसार भी नही होते पार्टी के रणनीतिकार वहां भी कुटिलता से अपनी पार्टी की सरकार खड़ा कर देते हैं। विधायको को कैसे तोड़ा जाता है और किस तरह खुद से इन विधायको को जोड़ना है बीजेपी इसे बखूबी समझती है। यही कारण है कि जिस राज्य में भाजपा विपक्ष के रूप में है वहां अगर भाजपा की सक्रियता थोड़ी सी भी बढ़ती है तो सताधारी पार्टी के सिवा उस राज्य के राजनीतिक गलियारों की हलचलें भी तेज हो जाती हैं।

इसी बीच रांची से अचानक विधायक दल के नेता को पार्टी आलाकमान से फोन आना और बातचीत के तुरंत बाद उनका दिल्ली की तरफ रुख कर जाना। राजनीति के गलियारों में कयासों के बाजार को गर्म करने के लिए काफी होता है। आलाकमान के बुलावे पर बुधवार को भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी दिल्ली रवाना हो गये। दिल्ली से फोन आने पर बाबूलाल मरांडी देवघर एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से विमान से दिल्ली रवाना हो गये। इसी विमान में बाबूलाल मरांडी के साथ गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे भी दिल्ली गये। इधर रांची ब्यूरो के अनुसार, बाबूलाल मरांडी दिल्ली में भाजपा के आला नेताओं से भी भेंट करनेवाले हैं।

झारखंड की राजनीति में भाजपा का एकाएक सक्रिय होना। हो सकता है की यह महज कोई संयोग हो या हो सकता है कि यह पहले से नियोजित कोई राजनीतिक रणनीति हो। जब तक बातें पूरी तरह उभर कर सामने नहीं आ जाति तब तक इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी ही होगी। पर इस विषय को लेकर राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि भाजपा झारखंड में राजनीतिक भविष्य तलाश रही है और आनेवाले दिनों में झारखंड की राजनीति नयी करवट ले सकती है। मालूम हो कि बाबूलाल मरांडी का तिसरी में प्रखंड प्रमुख कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद रांची जाने का कार्यक्रम था। अचानक फोन आया कि उन्हें आज ही दिल्ली आना है। बाबूलाल मरांडी के साथ तिसरी से देवघर तक भाजपा नेता रामचंद्र ठाकुर एवं निजी सचिव राजेंद्र तिवारी भी गये।


आपको बता दें कि मई के महीने में भी सांसद दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी दिल्ली गये थे। दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें प्रदेश के राजनीतिक हलचलों की जानकारी से अवगत कराया था।


कहते हैं अच्छा लेखक वही होता है जो प्रत्येक परिस्थिति को बारिकता से देखता और सत्यता के साथ उसे परखने में माहिर हो। राज्य में राजनीतिक हालात तेजी से बदल रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत अलग-अलग मामलों में पहले से ही घिरे हुए हैं। ऐसी परिस्थिति में भाजपा के आला नेताओं की झारखंड पर नजर है। भाजपा के शीर्ष नेताओें ने प्रदेश अध्यक्ष व विधायक दल के नेता से पूरी जानकारी ली है।