प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. मानस बिहारी वर्मा भी नहीं रहें, नीतीश कुमार ने कोरोना से निधन पर शोक और गहरी संवेदना व्यक्त की

दरभंगा जिला के घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर गांव से निकल कर देश ही नहीं दुनिया में अपना नाम रौशन करने वाले प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. मानस बिहारी वर्मा के कोरोना से निधन हो गया। उनके मौत की खबर के बाद शोक की लहर है। उन्होंने 35 वर्षों तक वैमानिकी धारा में रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) में एक वैज्ञानिक के रूप में काम किया। उन्होंने बैंगलोर, नई दिल्ली और कोरापुट में स्थापित विभिन्न वैमानिकी विभागों में काम किया। बाद में, उन्हें तेजस विमान यांत्रिक प्रणाली के डिजाइन के लिए जिम्मेदार बनाया गया था।

कलाम साहब के खास मित्र
डॉ मानस बिहारी वर्मा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के अभिन्न मित्र रहे। 1986 में तेजस फाइटर जेट विमान बनाने के लिए टीम बनी थी उस समय लगभग 700 इंजीनियर इस टीम में शामिल किए गए थे। डॉक्टर वर्मा ने इस टीम में बतौर मैनेजमेंट प्रोग्राम डायरेक्टर के रूप में अपना योगदान दिया था।

वैज्ञानिक से बने समाजसेवी

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) से जुलाई, 2005 में सेवानिवृत्त होने के बाद बेंगलुरु में पांच सितारा जीवन को त्यागकर वो अपने गांव पहुंच गए। अवकाश के बाद दरभंगा जिले का शायद ही कोई गांव है। जहां उनकी टीम नहीं पहुंची है। जिन स्कूलों में विज्ञान शिक्षक का अभाव रहता है, वहां टीम मेंबर बच्चों को प्रयोग कराते हैं। मोबाइल वैन के जरिये एक स्कूल में दो से तीन माह कैंप कर बच्चों को विज्ञान और कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी जाती है।

नीतीश कुमार ने व्यक्त की गहरी शोक संवेदना 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. मानस बिहारी वर्मा के कोरोना से निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. मानस बिहारी वर्मा जी का निधन दुखद है। वे महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी के सानिध्य में काम करने वाले लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट “तेजस” के निर्माण में प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी थे। भारतीय वायुसेना को अधिक मारक बनाने में डॉ. वर्मा का योगदान अविस्मरणीय था। हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा साइंटिस्ट ऑफ द ईयर, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी द्वारा प्रौद्योगिकी नेतृत्व पुरस्कार और 2018 में पद्मश्री से सम्मानित डॉ. मानस बिहारी वर्मा जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित था। उनके निधन से वैज्ञानिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।