DM डॉ चंद्रशेखर सिंह बोले पंचायत चुनाव होंगे हर हाल में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण… धनरूआ ,संपतचक एवं खुसरूपुर प्रखंड का पंचायत चुनाव 24 को …… मुखिया प्रत्याशी और पुलिस में हुई थी हिंसक झड़प

जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि पंचायत चुनाव हर हाल में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण होंगे तथा सभी संबंधित अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर पूरी जवाबदेही से विधि व्यवस्था संधारित रखने तथा स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने का सख्त निर्देश दिया है। धनरूआ प्रखंड अंतर्गत 19 पंचायत है जिसमें पंचायत समिति सदस्यों की संख्या 28, जिला परिषद सदस्य की संख्या 3 , वार्ड सदस्य 260 पंच 163 है।

धनरूआ ,संपतचक एवं खुसरूपुर प्रखंड का पंचायत चुनाव 24 अक्टूबर को सुबह 7:00 बजे से संध्या 5:00 बजे तक होगा।

प्रत्येक पंचायत को सेक्टर मैं विभक्त किया गया है तथा प्रत्येक सेक्टर में दो पदाधिकारी की तैनाती की गई है।

इस प्रकार धनरूआ में 19 सेक्टर ,38 सेक्टर पदाधिकारी , पीसीसीपी की संख्या 143 के अतिरिक्त सुपर सेक्टर दंडाधिकारी जोनल दंडाधिकारी एवं सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है। धनरूआ अंतर्गत कुल मतदान केंद्र की संख्या 281 है जिसमें मूल मतदान केंद्र 269 तथा सहायक मतदान केंद्र 12 है। कुल मतदान भवनों की संख्या 219 तथा चलंत मतदान केंद्र की संख्या एक है। धनरूआ में कुल मतदाताओं की संख्या 14 9606 है जिसमें पुरुष मतदाता 76 757 तथा महिला मतदाता 72 846 एवं थर्ड जेंडर 3 है। पोल्ड ईवीएम/ मतपेटिका हेतु वज्रगृह का स्थान प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मसौढ़ी है। 26 एवं 27 अक्टूबर को धनरूआ के मतगणना का कार्य प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मसौढ़ी में किया जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी आवश्यक व्यवस्था समय से पूर्व सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया है।

खुसरूपुर प्रखंड अंतर्गत 7 पंचायत है जिसमें पंचायत समिति सदस्य की संख्या 10 ,जिला परिषद सदस्य की संख्या 1, वार्ड 97, पंच 65 पर मतदान होना है। कुल मतदान केंद्र की संख्या 111 है जिसमें मूल मतदान केंद्र 98, सहायक मतदान केंद्र 13, है। सेक्टर की संख्या 7 सेक्टर पदाधिकारी की संख्या 14 पीसीसीपी की संख्या 59 के अतिरिक्त सुपर सेक्टर, जोनल एवं सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है । खुसरूपुर अंतर्गत कुल मतदाताओं की संख्या 61919 है जिसमें पुरुष मतदाता 31919 ,तथा महिला मतदाता 29 998 ,थर्ड जेंडर 2 है। पोल्ड ईवीएम /मतपेटिका हेतु वज्रगृह का स्थान महादेव उच्च माध्यमिक विद्यालय खुसरूपुर (मॉडल भवन) है। 26 एवं 27 अक्टूबर को महादेव उच्च माध्यमिक विद्यालय खुसरूपुर (मॉडल भवन )में मतगणना का कार्य होगा। जिलाधिकारी ने सभी आवश्यक व्यवस्था समय से पहले पूर्ण कराने का सख्त निर्देश दिया है।

संपतचक प्रखंड अंतर्गत तीन पंचायत हैं जिसमें पंचायत समिति सदस्यों की संख्या 4 जिला परिषद एक वार्ड का 39 पंच का 21 पर चुनाव होना है। संपतचक अंतर्गत कुल मतदान केंद्र की संख्या 50 जिसमें मूल मतदान केंद्र की संख्या 45 सहायक मतदान केंद्र 5 है। चलंत मतदान केंद्र एक हैं। सेक्टर की संख्या 3 सेक्टर पदाधिकारी की संख्या थे पीसीसीपी की संख्या 25 के अतिरिक्त सुपर सेक्टर दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी एवं सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है। संपतचक अंतर्गत मतदाताओं की कुल संख्या 25 984 है जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 13693 , महिला मतदाता की संख्या 12289 एवं थर्ड जेंडर 2 है। पोल्ड ईवीएम/ मतपेटिका हेतु वज्रगृह का स्थान प्लस टू स्तरीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फुलवारी शरीफ है। मतगणना का कार्य 26 एवं 27 अक्टूबर को प्लस टू स्तरीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फुलवारी शरीफ में होगा जिलाधिकारी ने सभी आवश्यक तैयारी समय से पूर्व सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया है।

पटना में हुई थी मुखिया प्रत्याशी और पुलिस में हिंसक झड़प

शुक्रवार शाम धनरूआ प्रखंड के मोरियावां पंचायत के समीप शुक्रवार को चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस और मुखिया प्रत्याशी सुरेंद्र साह समेत समर्थकों में हिंसक झड़प हो गई। स्थिति नियंत्रण करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इससे आक्रोशित  ग्रामीण पुलिस पर टूट पड़े। हालांकि ग्रामीणों के पथराव करने पर पुलिस जान बचाकर भाग खड़ी हुई। बाद में दलबल के साथ पुलिस गांव में कैंप करने गई तो गोलबंद ग्रामीण पुलिस से भिड़ गए। इसी बीच पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। गोली लगने से जहां एक ग्रामीण की मौत हो गई, वहीं तीन अन्य ग्रामीण घायल हो गए। मृतक की पहचान 20 वर्षीय रंजीत कुमार के रूप में हुई है, तथा तीन लोग पीएमसीएच में इलाजरत हैं जो खतरे से बाहर हैं। पथराव में धनरुआ थानाध्यक्ष राजू कुमार का सिर फट गया, जबकि एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। 

जिलाधिकारी ने घटना को अत्यंत दुखद बताया है तथा जांच टीम गठित कर दी गई है। जांचोपरांत दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पीड़ित परिवार की हर संभव मदद भी की जाएगी। जिलाधिकारी ने हर हाल में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है तथा लोगों से भी सहयोग की अपील की है।

खबर है कि मसौढ़ी के थानेदार रंजीत रजक और सर्किल इंस्पेक्टर के भी गंभीर रूप से जख्मी होने की सूचना है। वहीं, घटना के बाद से कई थानों की पुलिस फोर्स गांव में कैंप कर रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस व ग्रामीणों के बीच करीब 50 राउंड से अधिक गोली चलने की खबर है। रंजीत कुमार पुलिस की गोली से मरा है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है, जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की गोली से ही युवक की मौत हुई और अन्य तीन ग्रामीण जख्मी हुए। वहीं पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। 

प्रचार वाहन रोकने को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ा

दरअसल, विवाद शाम के साढ़े चार बजे से शुरू हुआ। पुलिस टीम शराब के खिलाफ छापेमारी करने जा रही थी। तभी मोरियामा गांव के समीप बीच सड़क पर निवर्तमान मुखिया( मुखिया प्रत्याशी) पंचायत के मुखिया प्रत्याशी सुरेंद्र साह द्वारा चुनाव प्रचार के समय की समाप्ति के उपरांत भी प्रचार किए जाने से प्रशासन द्वारा रोके जाने पर भी उल्लंघन किया जाता रहा।  धनरुआ थानेदार ने वाहन में लगे म्यूजिक सिस्टम से चिप्स निकाल लिया। यह देख सुरेंद्र का बेटा वहां आ धमका और थानेदार से उलझ गया। हंगामा होने लगा। हालांकि स्थानीय थाना की टीम के जाने पर काफी जमावड़ा पाया गया तथा लोगों ने टीम पर ही हमला कर दिया गया जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर घायल हो गए तथा थाना प्रभारी को चोट आई है। स्थिति अनियंत्रित होती देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। यह देख सुरेंद्र के समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस को पीछे हटना पड़ा। हालात देखकर कई थानों की पुलिस दोबारा छह बजकर दस मिनट पर मोरियामा गांव फ्लैग मार्च करने पहुंची। आरोप है कि इसी बीच सुरेंद्र के समर्थकों ने चारों ओर से पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। कुछ लोग फायरिंग भी करने लगे। यह देख पुलिस ने भी गोली चलायी। गोलीबारी के दौरान चार लोग घायल हो गये। एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हुई, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। 

पंचायत चुनाव मतदान है 24 को

धनरुआ पंचायत में 24 अक्टूबर को मतदान होना है लेकिन इससे पहले मोरियामा पंचायत में बवाल हो गया। इस घटना को लेकर मोरियामा गांव में शांतिपूर्ण मतदान कराने की बड़ी चुनौती पुलिस और प्रशासन पर आ गई है।

छावनी में तब्दील हो गया मोरियामा गांव

पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद धनरुआ पंचायत के मोरियामा गांव का माहौल पूरी तरह से अशांत हो गया। घटना की सूचना के बाद एसएसपी समेत पुलिस महकमे के आला अधिकारी व कई थानों की पुलिस फोर्स गांव में पहुंची। आरएएफ के जवानों को भी बुला लिया गया। इसके बाद पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस की हूटर बजाती गाड़ियों का शोर सुनकर लोग अपने-अपने घरों में दुबक गए।