तख्त श्री हरीमंदिर जी पटना साहिब में गुरुवार की सुबह अचानक अफरातफरी का माहौल रहा, खबर है कि मुख्य ग्रंंथी की गर्दन कृपान से कट गई है। आनन फानन में जख्मी ग्रंथी को अस्पताल ले जाया गया। गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्य ग्रंथी राजेंद्र सिंह ने खुद ही कृपाण से खुद पर हमला कर लिया। लोगों ने बताया कि वे पहले से बीमार चल रहे हैं। इस वजह से काफी तनाव में थे।
सांस की नली कटने से सांस लेने में दिक्कत
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह की गर्दन में गुरुवार को कृपाण घुस गया। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल ले जाया गया। गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अलख प्रसाद ने बताया कि कृपाण से मुख्य ग्रंथि के गले का ट्रैकिया (Trachea) कट गया है। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। ऑक्सीजन लगाने और दर्द की दवा देने के बाद भी जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) भेजा गया है।
खुद ही गर्दन में घोंप लिया कृपाण – अभी हालत में है सुधार
इस मामले में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मुख्य ग्रंथि ने खुद ही अपनी गर्दन में कृपाण मार लिया। वे सुबह के समय बाथरूम में थे तब ही कृपाण से गर्दन पर वार कर दिया। महासचिव ने कहा कि लगभग 75 साल उम्र है। बीमार चल रहे थे। इस कारण वे काफी तनाव में रहते थे। संभवत: इसी वजह से उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। वह परिवार के साथ गुरुद्वारा परिसर में ही रहते हैं। महासचिव ने बताया कि मुख्य ग्रंथि की हालत अभी ठीक है। इधर घटना के बाद से लोग सकते में हैं।
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