कार्तिक पूर्णिमा की पूरी है तैयारी पटना जिलाधिकारी और एसएसपी ने किया कमिटमेंट श्रद्धालुओं की सुविधा तथा विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की रहेगी सर्वाेच्च प्राथमिकता।



पटना, रविवार, दिनांक 06.11.2022ः- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि कार्तिक पूर्णिमा, 2022 के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगे एवं संयुक्त जिलादेश में वर्णित निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे।

पटना डीएम व एसएसपी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी सक्रिय रहें। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है।

विधि-व्यवस्था के मद्देनजर जिले में 183 (एक सौ तेरासी) स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना सदर अनुमंडल में 34 स्थानों, पटना सिटी अनुमंडल में 70 स्थानों, बाढ़ अनुमंडल में 35 स्थानों एवं दानापुर अनुमंडल में 44 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके साथ लाठी बल, सशस्त्र बल एवं महिला बल को भी लगाया गया है। अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को विधि-व्यवस्था संधारण हेतु अपने स्तर से भी प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ससमय अपने ड्यूटी स्थान पर पहुँच जाएंगे तथा पर्व की शांतिपूर्ण समाप्ति तक वहां मुस्तैद रहेंगे। दंडाधिकारी समन्वयक की भूमिका का भी निर्वहन करेंगे एवं आपदा प्रबंधन, नगर निकायों, स्वास्थ्य, पीएचईडी, अग्निशमन सहित सभी भागीदारों(स्टेकहोल्डर्स) के साथ तालमेल स्थापित करते हुए कार्तिक पूर्णिमा का सफल आयोजन सुनिश्चित करेंगे*। अधिकारीद्वय द्वारा संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।



जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 53 सुरक्षित दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। गाँधी घाट पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहाँ 16 पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। गंगा नदी गश्ती हेतु दो पालियों में 16 दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।

डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी ढिल्लो ने आगे कहा कि कार्तिक पूर्णिमा धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। अतः सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी तत्परता का प्रदर्शन करते हुए विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे। बड़े एवं भीड़-भाड़ वाले घाटों यथा दीघा पाटिपुल, घाट संख्या 93, काली घाट, गाँधी घाट, गायघाट, भद्रघाट, कंगन घाट एवं अन्य घाटों पर आवश्यकतानुसार अस्थायी नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था रहेगी।

त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ,एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की प्रतिनियुक्ति रहेगी। 74 स्थलों पर सिविल डिफेंस के वोलंटियर्स को लगाया गया है। चार अंचलों में एसडीआरएफ तथा सात प्रमुख स्थलों पर एनडीआरएफ की तैनाती की गई है। पेट्रोलिंग हेतु मोटरबोट की व्यवस्था की गई है। ये सभी मोटर लॉन्च, लाईफ जैकेट, गोताखोर एवं अन्य उपस्करों से लैस रहेंगे। नदी गश्ती दल नदी में सतत गश्ती करेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि नदी में कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं करने पाए। साथ ही नदी में कोई भी नाव अनधिकृत रूप से न चले। गश्ती दल में गोताखोर जाल/महाजाल के साथ तैनात रहेंगे जो पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि संबंधित अनुमंडल दंडाधिकारी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत गंगा नदी में मोटर वोट/नाव के अवैध परिचालन पर रोक लगाने हेतु ससमय निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी ढिल्लो ने कहा कि सभी पदाधिकारी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंगे, असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक एवं दण्डात्मक कार्रवाई करेंगे तथा विधि-व्यवस्था का समुचित संधारण सुनिश्चित करेंगे।

अफवाह फैलानेवालों के विरूद्ध त्वरित एवं कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यथेष्ट प्रशासनिक सतर्कता, निरोधात्मक एवं सुरक्षामूलक कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे तथा आपसी समन्वय द्वारा आयोजन को सफल करेंगे। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है। थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है। थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं।


पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं सम्पर्क पथों तथा पेसू द्वारा मुख्य पथों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था रखेंगे। पुलिस अधीक्षक, यातायात उत्कृष्ट यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। साथ ही तैयार किए गए यातायात प्लान को आम जन की सुविधा के लिए समाचार पत्रों में प्रकाशित कराएंगे।

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस सिविल सर्जन प्रतिनियुक्त करेंगे। दो एम्बुलेंस जिला नियंत्रण कक्ष एवं एक-एक एम्बुलेंस पटना सिटी तथा दानापुर अनुमंडल में तैनात करने के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी आवश्यकतानुसार एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। पीएमसीएच, एनएमसीएच, गुरुगोविन्द सिंह अस्पताल, पटना सिटी तथा अन्य प्रमुख अस्पतालों में अस्पताल अधीक्षक 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था करेंगे। सिविल सर्जन समन्वय स्थापित करते हुए इसे सुनिश्चित कराएंगे।

कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी (यांत्रिकी) दीघा क्षेत्र के महत्वपूर्ण घाटों, गायघाट एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर वाटर टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना को निर्देशित किया गया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु पटना सिटी, महेन्द्रू, जिला नियंत्रण कक्ष, पटना दानापुर एवं बुद्धा कॉलोनी, कुर्जी, दीघा एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले घाटों के पास फायर ब्रिगेड की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।


डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।

सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था के पूर्ण प्रभार में रहेंगे। अम्बरीष राहुल, नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य पटना, प्रमोद कुमार यादव, नगर पुलिस अधीक्षक, पूर्वी पटना, राजेश कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी पटना एवं हेमन्त कुमार, अपर जिला दण्डाधिकारी, विधि-व्यवस्था, पटना विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु सम्पूर्ण वरीय प्रभार में रहेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में विधि व्यवस्था संधारण हेतु विनीत कुमार, पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण वरीय प्रभार में रहेंगे।