पुलवामा की यादों को कुछ यूं जीवंत कर रही ये खास रिपोर्ट, जरूर पढ़िये…

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 44 जवानों की शहादत को कोई देशवासी भूल नहीं पाया होगा। उस दर्दनाक घटना की यादें सिहरन पैदा कर देती हैं।
हर कोई शहीद हुए जवान को अपने-अपने तरीके से याद कर रहा है। इस मौके पर कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप में शहीदों के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जा रही है।

शहीदों को अनोखी श्रद्धांजलि

इस सभा में उमेश गोपीनाथ यादव को विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया है। बेंगलुरु निवासी उमेश गोपीनाथ जाधव पेशे से म्यूजिशियन और फार्माकॉलजिस्ट हैं। पिछले एक साल से शहीदों को अनोखे तरीके से श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं। इस दौरान वह शहीदों के घर गए और उनके गांव से मिट्टी इकट्ठा की।

उमेश गोपीनाथ जाधव फार्माकॉलजिस्ट और म्यूजिशियन हैं। अजमेर में एक म्यूजिक कॉन्सर्ट के बाद वह पिछले साल 14 फरवरी अपने घर बेंगलुरु लौट रहे थे। वह उस वक्त जयपुर एयरपोर्ट में ही थे जब वहां टीवी स्क्रीन में सीआरपीएफ हमले की न्यूज आने लगी। घटनास्थल की भयावह तस्वीर देखते ही उन्होंने बहादुरों के परिवार के लिए कुछ करने का फैसला किया।

प्रत्येक शहीद जवान के घर से इकट्ठा की मिट्टी

जाधव ने हमले में शहीदों के परिजनों से मिलने के लिए पूरे भारत में 61 हजार किमी की यात्रा की। पिछले हफ्ते ही उनकी यह यात्रा खत्म हुई जिसे वह ’तीर्थ यात्रा’ मानते हैं। जाधव अस्थिकलश दिखाते हुए कहते हैं, मैंने पूरे साल प्रत्येक जवान के घर के बाहर से मिट्टी इकट्ठा की। यह सब कुछ यहां है इस अस्थि कलश में।’