बिहार में शराबबंदी कहा तक कारगर है इसकी कहानी राज्य भर से सामने आने वाली घटनाएं बखूबी बयां करती हैं।जहरीली शराब से एक बार फिर राज्य मे दो लोगों की मौत होने की आशंका जतायी जा रही है। छपरा में बुधवार की सुबह दो लोगों की संदिग्ध अवस्था मे मौत हो गयी। मरनेवालों की पहचान दरियापुर प्रखंड के विश्वंभरपुर पथरा गांव के रहने वाले गणेश महतो के 35 वर्षीय बेटे भोला महतो और गांव के ही द्वारिका महतो के रूप में की गई है।
ग्रामीणों ने शराब पीने से जान जाने का लगाया आरोप तो पुलिस का आया कुछ और बयान.. ..
ग्रामीणों का कहना है कि मंगलवार की देर शाम दोनों ने शराब का सेवन किया था। शराब पीने के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। यह पूरा घटना दरियापुर प्रखंड के विश्वंभरपुर पथरा गांव का बताया जा रहा है। हालत बिगड़ने के बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान दोनो की मौत हो गयी। ग्रामीण मौत का कारण शराब बता रहे हैं, जबकि हमेशा की तरह जिला प्रशासन दोनों की मौत की वजह को अभी तक संदिग्ध बता रही है।
तबियत बिगड़ी तो लेकर भागे अस्पताल पर नही बचाई जा सकी जान..
ग्रामीणों का ऐसा कहना है कि मंगलवार की शाम दोनों ने नदी के किनारे बैठकर शराब का सेवन किया था। जिसके बाद देर रात दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद आनन फानन में परिजन दोनों को लेकर दरियापुर स्थित पीएचसी गए। वहां डॉक्टरों ने भोला को मृत घोषित कर दिया, जबकि द्वारिका को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया था, लेकिन उसकी भी मौत इलाज के दौरान ही हो गयी।
कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं पुलिस और परिजन.. ..
इस मामले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है, जबकि परिजन भी कुछ बताने से कतरा रहे हैं। हालांकि गांव के लोगों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से दोनों की मौत हुई है। सच का पता अब दोनों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लग पायेगा।
प्रशासन के कार्यशैली और जनता के जागरूकता मे अब भी है काफि कमी.. .. .
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस पूरे मामले के छानबीन में जुट गई है। बिहार में सरकार और पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद शराब बेचने और पीने वाले अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जहरीली शराब पीने से बिहार में अबतक कितने की लोगों की मौत हो चुकी है, बावजूद लोग इससे परहेज नहीं कर रहे हैं।
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