CORONA VIRUS UPDATE : भारत में कोरोना वायरस के कुल 8356  मामलों में से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 273

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी रविवार सुबह 8:00 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 8356 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 273 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 7367 सक्रिय हैं। जबकि 716 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।

क्या है कोवालेसेंट प्लाज्मा थेरेपी जिसे वायरस के खिलाफ वैज्ञानिकों  ने जंग का नया हथियार माना है

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च आईसीएमआर ने। एस ए सी टी आई एम एस टी, केरल को कोवालेसेंट प्लाज्मा थेरेपी के क्लिनिकल ट्रायल को अनुमति दी है।कोरोना वायरस से लड़ रहे मानव के रक्त में मौजूद प्लाज्मा में ऐसी एंटीबॉडी विकसित हो सकती हैं जो इस वायरस के खिलाफ जंग में सभी के लिए नया हथियार बन सकती हैं। इस थेरेपी में कोरोनावायरस से उभर चुके  शख्स से ब्लड लिया जाता है। इस सीरम को अलग कर वायरस खत्म करने वाली एंटीबॉडीज की जांच की जाती है और फिर ये सीरम कोरोना संक्रमित रोगी को दिया जाता है। वैज्ञानिकों  ने इस अनुमान के आधार पर प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) परीक्षण शुरू किया हैं।

जानिए आखिर लॉकडाउन एवं इसके उपाय नहीं होते तो  करोना के मामले का क्या होता अकड़ा

शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस के लिए रोकथाम स्ट्रेटेजी एवं देशव्यापी लॉकडाउन लागू नहीं किया होता तो तो कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में 41 फीसदी का इजाफा होता एवं 15 अप्रैल तक 8.2 लाख मामले होते। उन्होंने कहा अगर केवल रोकथाम करते और लॉकडाउन नहीं होता तो 15 अप्रैल तक 1.2 लाख मामले होते। यह बात उन्होंने कल पीआईबी के प्रेस वार्ता में कही।