जिंदगी कब किस करवट मोड़ ले लेगी यह कहना बहुत ही मुश्किल है। ऐसी ही एक घटना गोपालगंज से सामने आई है जो जिंदगी में अनिश्चितता के मायने को बखूबी बयां कर रही है। सड़कों पर कभी यमराज बनकर लोगों को हेलमेट पहनने के लिए अनुराग दुबे जागरूक करता थे। जिंदगियों को बचाने में खुद को झोंक दिया करते थे। लेकिन एक हादसे ने उनकी पूरी जिंदगी ही बर्बाद कर दी। आज अपने भाई अनुराग की मदद के लिए उसकी बहन सृष्टि कुमारी सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रही है। अनुराग गोपालगंज शहर के हजियापुर मोहल्ले का रहने वाला है। पिता प्रमोद कुमार दुबे के अनुसार,उनके बेटे अनुराग को स्पाइनल में चोट लगने के कारण गोरखपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज कराने में अब तक अनुराग के मां-बाप जमीन-जायदाद तक बेच चुके हैं। परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। अब इलाज में पैसे खर्च करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।
अनुराग की जिंदगी बचाने के लिए बहन सृष्टि कुमारी ने सोशल साइट्स पर कैंपेन चलाया है। सृष्टि को लोगो से उम्मीद है कि उनके बुरे दौर में वे उनके भाई और उनकी मदद करेंगे।अनुराग के इलाज के इस मुहिम में जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय से लेकर सैकड़ों लोगों ने आर्थिक मदद की है। परिवार को सरकार की ओर से इलाज के लिए अबतक कोई मदद नहीं मिली है। अनुराग के पिता प्रमोद कुमार दुबे और माता उमा देवी बेटे की इलाज के लिए चिंतित हैं। परिजनों के मुताबिक जनवरी माह से ही अनुराग की तबीयत खराब है।
बेंगलुरु में हुआ था हादसा
अनुराग दुबे पिछले साल बेंगलुरु में पढ़ने गया था। सड़क पार करने के दौरान कार ने उसे टक्कर मार दी थी। हादसे में अनुराग को स्पाइनल में गहरी चोट लगी। उस वक्त काफी इलाज हुआ। आठ से 10 लाख रुपये इलाज में खर्च हुए। कुछ दिनों तक स्थिति ठीक रही, लेकिन जनवरी माह से अचानक स्पाइनल का दर्द बढ़ा और शरीर कमजोर होने लगा। शहर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां चार दिनों में एक लाख 20 हजार रुपये का खर्च आया। इसके बाद गोरखपुर रेफर कर दिया गया।
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