जानिए किस राज्य में मदरसा और संस्कृत स्कूल होंगे बंद, किस सरकार ने जारी किया नया फरमान ?

 

असम सरकार ने सूबे के सभी मदरसों और संस्कृत स्कूल को हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में परिवर्तित करने का फैसला लिया है. इस बात की जानकारी राज्य सरकार में मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हमने सभी मदरसों और संस्कृत स्कूल को हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में परिवर्तित करने का फैसला लिया है. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि असम सरकार धार्मिक संस्थानों को फंड नहीं दे सकता है. हालांकि, गैर सरकारी संगठनों द्वारा संचालित मदरसे जारी रहेंगे, लेकिन एक नियामक ढांचे के भीतर.

निजी तौर पर चलने वाले मदरसे नहीं होगा प्रभावित

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित मदरसे और संस्कृत स्कूल प्रमाण पत्र जारी करते हैं जो कक्षा 10 और कक्षा 12 के बराबर हैं. हालांकि इनको नियंत्रित करने के लिए कोई नियामक बोर्ड नहीं है, इन प्रमाणपत्रों को जारी करने में बहुत सारी गलतियां होती हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय निजी तौर पर चलने वाले मदरसों को प्रभावित नहीं करेगा.

612 मदरसा और 101 संस्कृत विद्यालय होंगे बंद

असम सरकार के मदरसा शिक्षा बोर्ड के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा संचालित कुल 612 मदरसे हैं. इन मदरसों में इस्लामिक शिक्षा देने के साथ-साथ अन्य विषयों की भी पढ़ाई होती है. सरकार के अनुदान पर चलने वाले 101 संस्कृत विद्यालयों को भी बंद करने का फैसला किया है. इन संस्कृत विद्यालयों में वैदिक शिक्षा के साथ-साथ अन्य विषयों की भी पढ़ाई होती है. इन मदरसों और संस्कृत विद्यालयों की जगह 10वीं और 12वीं के नए स्कूल खोले जाएंगे.
हालांकि मंत्री ने कहा कि सरकार को प्राइवेट मदरसों और संस्कृत स्कूलों से कोई आपत्ति नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिटायरमेंट तक इन स्कूलों के शिक्षकों को सैलरी मिलती रहेगी, लेकिन वे कोई क्लास नहीं ले सकेंगे।