‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहने वाली अमूल्या ने किया बड़ा खुलासा, ‘मैं तो सिर्फ फेस हूं, पीछे है बड़ी टीम’

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में नागरिकता कानून के विरोध में आयोजित एक जनसभा के मंच पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने के बाद मामला काफी चर्चा में है। नारे लगाने वाली अमूल्या लियोन को सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ रही है। किसी ने उन्हें पाकिस्तान जाने की नसीहत दी तो किसी ने उसके घर पर हमला बोल दिया। इस बीच अमूल्या के एक वीडियो ने बड़ा खुलासा कर दिया है। वीडियो में वो कह रही है कि वह अकेले नहीं है, बल्कि उसके पीछे एक बड़ा टीम काम कर रही है। वह जो कहती है, करती है, उसके लिए बहुत सारे लोग काम कर रहे हैं। वह सिर्फ इसका चेहरा हैं। हालांकि, यह विडियो ’पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाए जाने से पहले का है।

अमूल्या ने बतायी ये बात

अमूल्या विडियो में कह रही हैं, ’मैं जो भी आज कर रही हूं, वो मैं नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ इसका फेस बन गई हूं, मीडिया की बदौलत। लेकिन मेरे पीछे बहुत सारे अडवाइजरी कमिटियां काम करती हैं, और वो जो सलाह देते हैं कि आज स्पीच में यह बात बोलनी है, ये पॉइंट्स हैं। कॉन्टेंट टीम काम करती है, बहुत सारे सीनियर ऐक्टिविस्ट काम करते हैं, मेरे मां-बांप बोलते हैं कि ऐसे बोलना है, ऐसे करना है, इधर जाना है। एक बहुत बड़ा स्टूडेंट ग्रुप- बैंगलोर स्टूडेंट अलायंस- जो ये सारे प्रोटेस्ट के पीछे काम कर रहा है। मैं सिर्फ इसका चेहरा बनी हूं, लेकिन बैंगलोर स्टूडेंट अलायंस बहुत कड़ी मेहनत कर रहा है।’

अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज

बता दें कि बेंगलुरु में एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में सीएए के विरोध में एक रैली आयोजित की गई थी। इसी रैली में मंच पर मौजूद 19 साल की अमूल्या लियोन ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा दिए। उनका यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उन्हें कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी। इसके अलावा, उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

आइये जानते हैं अमूल्या के बारे में

ओवैसी के मंच से भाषण देने वाली अमूल्या एक स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट हैं और वह बेंगलुरु के छडज्ञत्ट कॉलेज से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने यहां स्नातक में दाखिला लिया है। इससे पहले उन्होंने सेंट नॉर्बर्ट सीबीएसई स्कूल, क्राइस्ट स्कूल मनीपाल और सेंट जोसेफ स्कूल कोप्पा में भी पढ़ाई की है। सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव अमूल्या मूल रूप से चिकमंगलूर की रहने वाली हैं। सीएए के खिलाफ बेंगलुरु में होने वाले छोटे-छोटे प्रदर्शनों के लिए सोशल मीडिया के सहारे समर्थन जुटाकर वह चर्चा में आईं।