निर्भया गैंगरेप में दोषी पवन ने दायर की क्यूरेटिव याचिका, फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग

 

निर्भया मामले में फांसी से बचने के लिए दोषी लगातार कानूनी दांव पेंच अजमा रहे है. अब दोषी पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर किया है. इस याचिका में पवन गुप्ता ने फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की है

निर्भया मामले में चारों दोषियों को फांसी की तारीख 3 मार्च की सुबह 6 बजे मुकर्रर की गई है. इसके पहले डेथ वारंट 2 बार रद्द हो चुका है. इस बार भी 3 मार्च को फांसी दिए जाने की उम्मीद कम ही नजर आ रहा है क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से दायर एक याचिका पर 5 मार्च को सुनवाई होनी है जिसमें केंद्र सरकार ने अपने याचिका में कहा है कि निर्भया मामले में तीन दोषियों की सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुका है ऐसे में तीन दोषी को फांसी दे दी जाए-

फांसी पर संशय !

वहीं अब पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दाखिल कर फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की है. ऐसे में माना जा रहा है कि दोषियों की फांसी की सजा एक बार फिर बढ़ सकती है. दरअसल, दोषी पवन गुप्ता ने अभी तक सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेविट याचिका नहीं लगाई थी और न ही राष्ट्रपति से दया की गुहार की है.

पवन कुमार गुप्ता के वकील ए पी सिंह ने बताया कि उनके मुवक्किल ने सुधारात्मक याचिका में कहा है कि उसे मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए. पवन चारों मुजरिमों में अकेला है, जिसने अभी तक सुधारात्मक याचिका दायर करने और इसके बाद राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने के विकल्प का इस्तेमाल नहीं किया था.

तीन दोषियों की फांसी का रास्ता साफ

वहीं इस मामले में चार दोषियों मुकेश कुमार सिंह, विनय कुमार शर्मा, अक्षय और पवन गुप्ता को फांसी होनी है. चार में तीन दोषी मुकेश, विनय और अक्षय फांसी से बचने के लिए राष्ट्रपति के सामने दया याचिका भी लगा चुके हैं, लेकिन वो खारिज हो गई हैं. ऐसे में इन तीनों की फांसी का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है, इनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है. लेकिन पवन गुप्ता ने अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर नहीं की थी