पटना में तैनात IPS अधिकारी कोरोना संक्रमित, 6 डॉक्टरों की रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव, राज्य में कोरोना संक्रमण से रिकवरी दर 77.5 फीसदी

बिहार में एक और आइपीएस अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. वह पटना प्रमंडल के एक जिले में तैनात हैं. बताया जा रहा है कि ये आइपीएस कोरोना से पीड़ित एक मंत्री के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वह होम आइसोलेशन में चले गये हैं. इससे पहले बिहार में बीएमपी-14 के कई जवान भी संक्रमित हुए थे. वहीं औरंगाबाद में एक दारोगा की कोरोना से मौत भी हो चुकी है.

छह डॉक्टर की रिपोर्ट दोबारा कोरोना पॉजिटिव

पीएमसीएच में पॉजिटिव पायी गयी छह जूनियर डॉक्टरों की दोबारा कोरोना जांच की गई. सोमवार को आई रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पायी गयी हैं. इसके साथ ही गायनी विभाग की एक नर्स भी दुबारा हुई जांच में अब भी कोरोना पॉजिटिव है. इस विभाग की छह डॉक्टर और कई नर्स कुछ दिनों पहले कोरोना पॉजिटिव पायी गयी थी.

19 जून को पीएमसीएच के एक डॉक्टर को मिला था कोरोना

पीएमसीएच में 19 जून को एनिस्थिसिया विभाग के एक डॉक्टर में कोरोना मिला था. इसके बाद 21 जून को गायनी विभाग की पांच जूनियर डॉक्टर पॉजिटिव मिली थीं. इसके बाद भी एक जूनियर डॉक्टर में कोरोना निकला था. पॉजिटिव आने वाली डॉक्टरों और नर्सों को पीएमसीएच ब्यॉज कॉमन रूम में बनाये गये आइसालेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है.

रिकवरी रेट में बिहार चौथे स्थान पर

बिहार में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उससे कहीं अधिक रफ्तार से संक्रमित मरीज ठीक हो रहे हैं. राज्य में कोरोना संक्रमण से रिकवरी दर 77.5 फीसदी है. जो राष्ट्रीय औसत 58.5 फीसदी से लगभग 20 फीसदी अधिक है. अगर पूरे देश में संक्रमितों के रिकवरी दर पर ध्यान दें तो बिहार चौथे स्थान पर है. राज्य से आगे केवल मेघालय, राजस्थान और त्रिपुरा ही है.