पटना के कॉलेज आफ कामर्स में ‘विजनस फाइनेंस के उपयोगिता” पर व्याख्यान, अर्थव्यवस्था संतुलित करने के लिए बाजार में संगठित एवं असंगठित मनी मार्केट

पटना के कालेज आफ कामर्स के एमसीए विभाग में विजनस फाइनेंस के उपयोगिता के संदर्भ मे व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर (डॉ ) तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि अर्थव्यवस्था संतुलित करने के लिए बाजार मे संगठित एवं असंगठित मनी मार्केट है। संगठित मनी मार्केट मे ट्रेजरी बिल मार्केट,कामर्सियल बिल मार्केट,सी डी मार्केट एवं कामर्सियल पेपर मार्केट के द्वारा बाजार को नियंत्रण रखा जाता है । परन्तु असंगठित मनी मार्केट मे मनी लेंडर उच्च ब्याज दर लेते है। जैसे चिटफंड कंपनी उच्च ब्याज दर देती है।

अर्थव्यवस्था के बारे मे सभी को परिचित कराने की आवश्यकता

एमसीए समन्वयक डॉ विजय कुमार ने कहा कि सभी लोगों को आर्थिक नीति की जानकारी के आभाव मे सामान्य लोग मनी मार्केट का गलत संदेश देकर पैसे की ठगी करते है। इस प्रकार आवश्यक है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे मे सभी को परिचित कराने की आवश्यकता है । प्रो राम उद्देश्य सिंह ने कहा कि प्राचार्य के प्रशासनिक कार्य के अतिरिक्त शिक्षक की भूमिका मे शिक्षण कार्य करना छात्र एवं छात्राएँ को प्रेरित करना एक सराहनीय कदम है।

वहीं इस व्याख्यान में एमसीए के फैकल्टी मनोज कुमार,जितेन्द्र कुमार एवं सभी फैकल्टी सदस्य एवं बङी संख्या मे छात्र- छात्राएँ उपस्थित हुए।