पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की बच गई कुर्सी, 178 वोट के साथ हासिल किया विश्वास मत, असेंबली के बाहर मरियम औरंगजेब पर हमला

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में कुर्सी बचाने की कामयाब रहे। लगभग एक घंटे तक चले विश्वास मत की प्रक्रिया में इमरान खान के समर्थन में वोट 178 वोट पड़े। जबकि प्रधानमंत्री इमरान खान को अपनी कुर्सी बचाने के लिए नेशनल असेंबली में 172 वोटों की जरूरत थी। नेशनल असेंबली के स्पीकर ने घोषणा कर बताया कि इमरान खान की कुर्सी सुरक्षित है। सदन में कुल 342 सदस्यों में अभी 340 सदस्य हैं और दो सीटें खाली हैं. खान की पीटीआई के पास 157 सांसद हैं, जबकि विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 83 सदस्य हैं और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के 55 सांसद हैं. विपक्षी गठबंधन ने इस विश्वास मत का विरोध किया था. लिहाजा नेशनल असेंबली के सत्र में विपक्ष का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ

विपक्षी सदस्यों ने किया फ्लोर टेस्ट का किया बायकॉट

पाकिस्तान की संसद में शनिवार को इमरान खान सरकार के पक्ष में विश्वास मत का सामना करने पहुंचे। तो असेंबली में विपक्ष के सदस्यों ने फ्लोर टेस्ट का बायकॉट किया। वोटिंग से पहले सीनेट चेयरमैन ने विपक्ष के सदस्यों को असेंबली में आने के लिए 5 मिनट का मौका दिया था, लेकिन कोई सदस्य नहीं पहुंचा। संसद के अंदर जब इमरान वोटिंग के लिए तैयार हो रहे थे, तब बाहर विपक्षी दलों की प्रेस ब्रीफिंग चल रही थी, जिसे इमरान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों ने निशाना बना डाला। इमरान समर्थकों ने संसद के बाहर इकट्ठक हुए विपक्षी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। इतना ही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी और पीएमएल-एन के दूसरे नेताओं के साथ बदसलूकी भी की।

विपक्ष के नेताओं पर जूते फेंके गए

इस बीच, विपक्ष के सांसदों और नेताओं पर असेंबली के बाहर जमकर हंगामा हुआ। फ्लोर टेस्ट का बायकॉट करके असेंबली के बाहर प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के नेताओं पर जूते फेंके गए। मुस्लिम लीग की नेता मरियम नवाज को इमरान खान के समर्थकों ने हमला कर दिया। उन्हें लात और घूसे से मारा गया।