सेना की चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की आशंका, सीबीआई को सौंपी गई जांच

भारतीय सेना की खुफिया एजेंसियों द्वारा एक सक्रिय ऑपरेशन के आधार पर पंजाब के केंद्र में अधिकारियों के चयन में गड़बड़ी का पता लगा है। दरअसल, सेना में चयन प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार किए जाने की आशंका जताई गई है। चूंकि जांच के दायरे में कई एजेंसियां शामिल हैं, इसलिए भारतीय सेना ने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। ऐसे में सेना की तरफ से बयान आया है कि इस मामले में वह किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को नजरअंदाज नहीं करेगी।

सेना में एलडीसी भर्ती घोटाले में मामला दर्ज

हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि किस- किस भर्ती सेवा केंद्रों और किस स्तर पर अनियमितता के मामले सामने आए हैं। बता दें कि सेना में लोअर डिविजन क्लर्क भर्ती घोटाले में सीबीआई के एंटी करप्शन ब्यूरो ने 19 जनवरी को एक मामला दर्ज किया था। कानपुर के कंट्रोलरेट ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस, मटीरियल ( सीक्यू, एम ) में हुई इस गड़बड़ी में सीबीआई ने भर्ती बोर्ड के अधिष्ठाता डिप्टी कंट्रोलर संतोष कुमार तिवारी समेत 6 लोगों को नामजद किया था।

सेना में भर्ती के लिए एग्जाम का प्रश्न पत्र हुआ था लीक

सेना में भर्ती के लिए 28 फरवरी को होने वाले कॉमन एंट्रेस एग्जाम के पेपर लीक हो गए थे। इस बात की जानकारी सबसे पहले आर्मी इंटेलिजेंस को मिली , जिसके बाद 27 फरवरी को पूरी परीक्षा रद्द कर कर दी गई थी। इस मामले में दो मेजर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

चार से पांच लाख में प्रश्न पत्र बेचते थे आरोपी

वहीं प्रश्न पत्र लीक मामले में पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया था आरोपी चार से पांच लाख में प्रश्न पत्र बेच देते थे। पेपर लीक की भनक लगते ही आर्मी इंटेलिजेंसी और पुणे पुलिस ने मिलकर जॉइंट ऑपरेशन किया और महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में छापोमारी के दौरान सात लोगों धर-दबोचा